विद्यार्थियों की दो अलग-अलग मांगें सामने आ रही हैं. कुछ बच्चों की मांग है कि परीक्षा रद्द करें और कुछ की मांग है कि परीक्षा ऑनलाइन ली जाए. हमें उनके स्वास्थ्य और भविष्य का खयाल है. हम इस संबंध में कल एक अहम बैठक कर रहे हैं. फिलहाल वे अपने घर जाएं और अपनी पढ़ाई पर ध्यान दें.

महाराष्ट्र के कई इलाकों में 10 वीं और 12 वीं के छात्रों ने ऑनलाइन एग्जाम लेने की मांग के लिए सड़कों पर उतरे. मुंबई की धारावी में इन विद्यार्थियों ने स्कूली शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड के बंगले का घेराव किया. सैकड़ों की तादाद में जमा हुई छात्र-छात्राओं की भीड़ को तितर–बितर करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा. विद्यार्थियों की मांग है कि जब पढ़ाई ऑनलाइन हुई है तो एग्जाम ऑफलाइन क्यों लिया जा रहा है. विद्यार्थियों ने कहा कि वे सोशल मीडिया पर चर्चित हिंदुस्तानी भाऊ (विकास पाठक) के कहने पर सैकड़ों की तादाद में जमा हुए हैं. मुंबई पुलिस द्वारा दी गई जानकारियों के मुताबिक हिंदुस्तानी भाऊ पर आंदोलनकारी छात्रों को भड़काने के आरोपों की जांच की जाएगी.
विद्यार्थिओं के आंदोलन पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड ने कहा कि जो भी मांगें हैं उसके लिए चर्चा की जा सकती है, आंदोलन की क्या जरूरत है? शिक्षा राज्य मंत्री बच्चू कडू ने कहा कि बिना सूचना दिए आंदोलन करना गलत है. कल (1 फरवरी) इस मुद्दे पर विचार करने के लिए एक अहम बैठक बुलाई जाएगी और समस्याओं का हल खोजने की कोशिश की जाएगी.
मुंबई, नागपुर, औरंगाबाद, उस्मानाबाद, नांदेड़, जलगांव में विद्यार्थी सड़कों पर उतरे
राज्य में कोरोना का कहर कायम है. इस वजह से सारे कार्यालयों में ऑनलाइन तरीके से कामकाज हो रहा है. विद्यार्थियों की पढ़ाई भी ऑनलाइन तरीके से हो रही है. ऐसे में विद्यार्थियों की जान जोखिम में डालते हुए 10वीं और 12 वीं की बोर्ड परीक्षा ऑफलाइन पद्धति से लेने का फैसला किस आधार पर किया जा रहा है? इस तर्क के आधार पर ऑनलाइन एग्जाम लेने की मांग करते हुए विद्यार्थी सैकड़ों की तादाद में सिर्फ मुंबई में ही नहीं बल्कि नागपुर,औरंगाबाद, उस्मानाबाद, नांदेड़ और जलगांव में भी सड़कों पर उतरे. विद्यार्थियों द्वारा इन शहरों में कहीं-कहीं तोड़-फोड़ की घटनाऐं सामने आईं.
वर्षा गायकवाड़ मंगलवार को करेंगी इस मुद्दे पर चर्चा
विद्यार्थियों के इस आंदोलन के बाद वर्षा गायकवाड़ ने हमारे सहयोगी न्यूज चैनल TV9 मराठी से बात करते हुए कहा, ‘विद्यार्थियों की दो अलग-अलग मांगें सामने आ रही हैं. कुछ बच्चों की मांग है कि परीक्षा रद्द करें और कुछ की मांग है कि परीक्षा ऑनलाइन ली जाए. हमारी उनसे यही विनती है कि हमें उनके स्वास्थ्य और भविष्य का खयाल है. हम इस संबंध में कल एक अहम बैठक कर रहे हैं. फिलहाल वे अपने घर जाएं और अपनी पढ़ाई पर ध्यान दें.’
आगे वर्षा गायकवाड़ ने यह भी कहा जो लोग विद्यार्थियों के हित में उनकी मांग लेकर सामने आ रहे हैं उनसे वे कल चर्चा करूंगी. उन्होंने कहा कि उनकी बात विकास पाठक उर्फ हिंदुस्तानी भाऊ से हो गई है. उनसे भी अपील है कि वे विद्यार्थियों को घर जाने की सलाह दें.