आजकल खूबसूरती बढ़ाने के लिए महिलाएं तरह-तरह की ब्यूटी थेरेपीज लेती हैं उन्हीं में से एक है कपिंग थेरेपी।

अपने आप को खूबसूरत बनाने के लिए और अपनी खूबसूरती को बरकरार रखने के लिए लोग क्या कुछ नहीं करते। खासकर सिलेब्रिटीज अपनी स्किन को जवां रखने के लिए महंगे से महंगे प्रोडक्ट्स और थैरेपीज लेते हैं। उन्हीं में से एक है कपिंग थेरेपी। जिसमें कपों के जरिए आपके शरीर से खून निकाला जाता है और इससे आपका ब्लड को प्यूरीफाई होता है। लेकिन अक्सर इसे देखकर लोग डर जाते हैं, क्योंकि इससे शरीर पर बड़े-बड़े लाल रंग के चित्ते पड़ जाते हैं। ऐसे में लोगों के मन में कई सारे सवाल होते हैं कि क्या होती है यह कपिंग थेरेपी? इसकी प्रोसेस क्या है और इसके फायदे क्या क्या है।
जानिए क्या है कपिंग थेरेपी
कपिंग थेरेपी दर्द, इन्फ्लेमेशन, ब्लड फ्लो, रिलैक्सेशन और डीप टिशु मसाज के लिए दवाइयों की जगह प्रयोग की जाने वाली एक तकनीक है। यह थेरेपी खासतौर पर पीठ, पेट, बाजू, पैर और चेहरे पर इस्तेमाल की जाती है। कप के अंदर वैक्यूम होती है, जो स्किन को ऊपर की ओर खींचती है। यह प्रक्रिया ब्लड सर्कुलेशन को रेगुलेट करती है और दर्द से राहत दिलाती है।
किस तरह काम करती है कपिंग थेरेपी
कपिंग थेरेपी का दबाव ब्लड वेसल्स (कैपिलरीज) को स्किन के अंदर ही एक्सपेंड कर देता है। ऐसे में प्रभावित क्षेत्र में ज्यादा खून पहुंचता है और समस्या जल्दी ठीक हो सकती है। क्योंकि ब्लड फ्लो एक नेचुरल हीलिंग प्रोसेस है। इसके साथ ही कई लोगों का मानना है कि कपिंग पोर्स को क्लियर करता है और बॉडी टॉक्सिन को रिलीज कर देता है।
हेल्थ से जुड़ी समस्याओं में भी राहत
महिलाएं कपिंग थेरेपी मुख्य रूप से खूबसूरती निखारने के लिए करती हैं। लेकिन ये थेरेपी केवल खूबसूरती बढ़ाने का काम नहीं करती बल्कि इस थेरेपी से हेल्थ से जुड़ी कई समस्याओं में भी आराम मिलता है। कमर दर्द, स्लिप डिस्क,सर्वाइकल डिस्क, पैरों की सूजन और झनझनाहट जैसी समस्याओं में यह थेरेपी काफी फायदेमंद है। इस थेरेपी से रिलैक्ससेशन और तनाव से आराम मिलता है। इससे शरीर में बल्ड सर्कुलेशन सही तरीके से होता है। इस थेरेपी के तहत हेल्थ से जुड़ी समस्या को खत्म करने के लिए खून में संतुलन बनाकर चलते हैं।
कपिंग करवाने से पहले ये निर्धारित कर लें कि आप जिनसे ये थेरेपी ले रहे हैं वो प्रोफेशनल हैं या नहीं। इस थेरेपी को करने के लिए कई बार शरीर के कुछ एक्यूप्रेशर पॉइन्ट्स का सही ज्ञान होना चाहिए। किसी लापरवाह या अनप्रोफेशनल से करवाना आपके लिए ज्यादा दर्दनाक और बेअसर हो सकता है। फायर थेरेपी को यदि किसी प्रोफेशलन से ना करवाया गया तो आपकी स्किन भी जल सकती है। साथ ही किसी ऐसे व्यक्ति से ही थेरेपी लें जिसे इसके निर्धारित समय की समझ हो।