बुच सेबी की डब्ल्यूटीएम के रूप में न केवल पहली महिला थीं, बल्कि प्राइवेट सेक्टर से भी पहली व्यक्ति थीं. उन्होंने आईसीआईसीआई बैंक के साथ अपने करियर की शुरुआत की थी. वे फरवरी 2009 से मई 2011 तक आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज में एमडी और सीईओ के पद पर भी रहीं.

सरकार ने सोमवार को सेबी की पूर्व सदस्य माधबी पुरी बुच को सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया का अध्यक्ष नियुक्त किया. यह पहली बार है जब कोई महिला मार्केट रेगुलेटर सेबी का नेतृत्व करेगी. उन्हें सेबी के वर्तमान अध्यक्ष अजय त्यागी की जगह में नियुक्त किया गया है. बता दें कि अजय त्यागी का पांच साल का कार्यकाल आज यानी 28 फरवरी को समाप्त हो रहा है. सूत्रों के अनुसार कैबिनेट की अप्वाइंटमेंट कमेटी ने तीन साल की अवधि के लिए बुच की नियुक्ति को मंजूरी दी है.
कौन हैं माधबी पुरी बुच
सेबी की होल टाइम मेंबरमाधबी पुरी बुच को पहले बाजार नियामक सेबी द्वारा स्थापित एक नई टेक्नोलॉजी कमेटी का नेतृत्व करने के लिए नॉमिनेट किया गया था. बुच सेबी की डब्ल्यूटीएम के रूप में न केवल पहली महिला थीं, बल्कि प्राइवेट सेक्टर से भी पहली व्यक्ति थीं. उन्होंने बुच सेबी की डब्ल्यूटीएम के रूप में न केवल पहली महिला थीं, बल्कि प्राइवेट सेक्टर से भी पहली व्यक्ति थीं. उन्होंने आईसीआईसीआई बैंक के साथ अपने करियर की शुरुआत की थी. वे फरवरी 2009 से मई 2011 तक आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज में एमडी और सीईओ के पद पर भी रहीं. बैंक के साथ अपने करियर की शुरुआत की थी. वे फरवरी 2009 से मई 2011 तक आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज में एमडी और सीईओ के पद पर भी रहीं. 2011 में वह ग्रेटर पैसिफिक कैपिटल एलएलपी में शामिल होने के लिए सिंगापुर चली गई.
आईसीआईसीआई बैंक से की थी करियर की शुरुआत
कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग (डीओपीटी) ने एक अधिसूचना में कहा कि बुच पिछले साल तक सेबी में पूर्णकालिक सदस्य के रूप में कार्यरत थी और इससे पहले शंघाई में न्यू डेवलपमेंट बैंक में सेवारत थी. उन्हें तीन साल की अवधि के लिए नियुक्त किया गया था.
माधबी पुरी बुच ने अपने करियर की शुरुआत आईसीआईसीआई बैंक से की थी और वे फरवरी 2009 से मई 2011 तक आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज में एमडी और सीईओ के पद पर रहीं. 2011 में वे सिंगापुर चली गईं, जहां उन्होंने ग्रेटर पैसेफिक कैपिटल एलएलपी ज्वॉइन किया. शेयर बाजार इस बात पर साफ तस्वीर का इंतजार कर रहा था, क्या सेबी को नया चेयरमैन मिलेगा या मौजूदा प्रमुख अजय त्यागी को एक और विस्तार मिलेगा.
अक्टूबर में मांगे गए थे आवेदन
वित्त मंत्रालय ने अक्टूबर में सेबी के चेयरमैन के पद के लिए आवेदन आमंत्रित किए थे. और सब्मिशन की डेडलाइन 6 दिसंबर तय की गई थी. 22 फरवरी को, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा था कि पद के लिए शॉर्टलिस्टिंग अभी होनी है. सरकार ने यूके सिन्हा को तीन साल के लिए अवधि को बढ़ा दिया था. इसके साथ वे डी आर मेहता के बाद दूसरे सबसे लंबे समय तक रहने वाले सेबी के प्रमुख बन गए थे.
रेगुलेटर्स की नियुक्ति की प्रक्रिया के मुताबिक, आवेदकों को फाइनेंशियल सेक्टर रेगुलेटरी अप्वॉइंटमेंट्स सर्च कमेटी द्वारा शॉर्टलिस्ट किया जाता है, जिसकी अगुवाई वित्त सचिव करते हैं.