शुक्रवार को बॉलीवुड एक्ट्रेस प्रियंका चोपड़ा और उनके पति निक जोनस ने अनाउंस किया था कि वह सरोगेसी से एक बच्चे के माता पिता बन गए हैं।

पॉपुलर राइटर तसलीमा नसरीन ने पिछले दिनों सरोगेसी को लेकर एक ट्वीट किया था जिसपर अब विवाद खड़ा हो गया है। सोशल मीडिया पर इस पोस्ट के आने के बाद से अंदाजे लगाए जाने लगे थे कि तसलीमा नसरीन ने ये ट्वीट बॉलीवुड एक्ट्रेस प्रियंका चोपड़ा और हॉलीवुड सिंगर निक जोनस को ध्यान में रख कर किया था. इसी के साथ ही तस्लीमा नसरीन का ये पोस्ट खूब वायरल होने लग. दरअसल, शुक्रवार को बॉलीवुड एक्ट्रेस प्रियंका चोपड़ा और उनके पति निक जोनस ने अनाउंस किया था कि वह सरोगेसी से एक बच्चे के माता पिता बन गए हैं।
ऐसे में सरोगेसी विषय पर खूब चर्चा होने लगी. वहीं लेखिका तसलीमा नसरीन ने अपने पोस्ट पर सरोगेसी औऱ इसकी प्रक्रिया पर सवाल खड़े किए. तो वहीं उन्होंने सरोगेसी से होने वाले बच्चे के माता पिता के इमोशन्स पर सवाल भी उठाए. लेकिन तसलीमा नसरीन ने अपने पोस्ट पर प्रियंका और निक जोनस का नाम नहीं लिया. ऐसे में लोगों ने तसलीमा नसरीन के ट्वीट को निक प्रियंका के विषय से जोड़कर देखना शुरू कर दिया. जिसके बाद उनकी टिप्पणी की आलोचना की जाने लगी। हालांकि अब तसलीमा नसरीन ने अपने पोस्ट पर अब सफाई दी है.
सफाई देते हुए बोलीं तसलीमा नसरीन
तसलीमा नसरीन ने कहा- ‘मेरे सरोगेसी ट्वीट्स मेरे अपने सरोगेसी से जुड़े तमाम ओपीनियन हैं. इससे प्रियंका चोपड़ा औऱ निक जोनस से कोई लेना देना नहीं है. मुझे ये कपल बहुत पसंद है.’ उन्होंने आगे कहा- ‘कई सरोगेसी सपोर्टर्स के लिए ये ‘व्यक्तिगत पसंद’ है, लेकिन वे लोग किसी भी ‘व्यक्तिगत राय’ का समर्थन नहीं करते हैं यदि वह राय सरोगेसी के लिए आलोचनात्मक है। कुछ असहिष्णु लोगों ने मेरे ट्विटर हैंडल को बैन करवा दिया है। वास्तव में वे किसी भी इंडिविज्वल का सपोर्ट नहीं करते हैं, वे कलेक्टिव एरोगेंस का समर्थन करते हैं।
क्या था तसलीमा नसरीन का ट्वीट
तसलीमा नसरीन ने ट्वीट किया था, ‘जब वे सरोगेसी के माध्यम से अपने रेडीमेड बच्चे हासिल करती हैं तो उन माताओं को कैसा लगता होगा? क्या उनमें भी उस वच्चे के लिए वैसी भावनाएं होती होंगी जो बच्चे को जन्म देने वाली माताओं में होती हैं? गरीब महिलाओं के चलते सरोगेसी संभव है। अमीर लोग सेलफिश होते हैं। अगर आपको बच्चे को पालने का मन है ही तो किसी बेघर जान को गोद ले लो। न्यू बॉर्न बेबी को विरासत में अपने गुण मिलने चाहिए। यह सिर्फ एक स्वार्थीपन है।’