पीएम मोदी ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर अपने सोशल मीडिया अकाउंट को महिलाओं को सौंपने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि सरकार हमेशा महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए काम करती रही है।

नई दिल्ली: 8 मार्च 2025 को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक ऐतिहासिक घोषणा की, जिसमें उन्होंने अपने सभी सोशल मीडिया अकाउंट्स को महिला-icons को सौंपने का निर्णय लिया। यह कदम महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में एक और महत्वपूर्ण पहल मानी जा रही है। पीएम मोदी ने इस अवसर पर कहा कि यह कदम महिला सशक्तिकरण को एक नई दिशा देने के लिए उठाया गया है, ताकि समाज में महिलाओं की आवाज़ को और मजबूत किया जा सके।
महिला सशक्तिकरण का महत्वपूर्ण संदेश
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “महिलाओं का सशक्तिकरण केवल सरकारी योजनाओं तक सीमित नहीं होना चाहिए, बल्कि यह सामाजिक और सांस्कृतिक बदलाव का हिस्सा बनना चाहिए। समाज में महिलाओं को समान अधिकार देने से ही हम एक मजबूत और विकसित राष्ट्र का निर्माण कर सकते हैं।” उन्होंने यह भी कहा कि महिलाओं की भागीदारी और नेतृत्व समाज के हर क्षेत्र में महत्वपूर्ण है, और उनका योगदान राष्ट्र निर्माण में अनमोल है।
प्रधानमंत्री ने यह भी बताया कि यह निर्णय सिर्फ एक प्रतीकात्मक कदम नहीं है, बल्कि यह एक गहरे बदलाव की ओर बढ़ने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने महिलाओं के लिए सरकारी योजनाओं, शिक्षा, स्वास्थ्य, और रोजगार के अवसरों के बारे में भी बात की, और इसे सरकार की प्राथमिकता बताया।
सोशल मीडिया का महत्व और महिलाओं की आवाज
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स को महिला-icons को सौंपने का फैसला किया है, ताकि महिला नेतृत्व और विचारों को समाज में और अधिक जगह मिले। इस कदम से महिलाओं को न केवल अपनी विचारधारा को व्यापक रूप से प्रस्तुत करने का अवसर मिलेगा, बल्कि वे सामाजिक मुद्दों पर अपनी आवाज़ भी उठा सकेंगी।
इस निर्णय से महिला वैज्ञानिकों, खिलाड़ियों, कलाकारों, और सामाजिक कार्यकर्ताओं को अपनी पहचान बनाने का एक नया मंच मिलेगा। प्रधानमंत्री मोदी ने यह स्पष्ट किया कि वह सोशल मीडिया के माध्यम से महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए काम करते रहेंगे और यह कदम उसी दिशा में एक और प्रयास है।
महिला वैज्ञानिकों और खेल सितारों की भागीदारी
प्रधानमंत्री मोदी ने इस मौके पर महिला वैज्ञानिकों और खेल सितारों के योगदान को विशेष रूप से सराहा। उन्होंने कहा कि महिलाओं ने न केवल विज्ञान और तकनीकी क्षेत्र में अपनी पहचान बनाई है, बल्कि खेलों में भी उन्होंने भारत का नाम रोशन किया है। भारतीय महिला क्रिकेट टीम, बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु, टेनिस स्टार सानिया मिर्जा, और भारतीय महिला हॉकी टीम की कप्तान रानी रामपाल जैसे नामों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि इन महिलाओं ने अपने क्षेत्रों में न केवल भारत बल्कि पूरे विश्व में अपनी सफलता का परचम लहराया है।
प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी कहा कि विज्ञान, शिक्षा, राजनीति और खेल के क्षेत्रों में महिलाओं ने जो कार्य किए हैं, वे भारतीय समाज के लिए प्रेरणास्त्रोत हैं। उन्होंने महिलाओं के संघर्ष, साहस और समर्पण को सलाम किया और कहा कि अब समय आ गया है कि महिलाएं अपनी उपलब्धियों को और ज्यादा व्यापक स्तर पर साझा करें।
महिलाओं के लिए सरकारी योजनाओं का जिक्र
प्रधानमंत्री मोदी ने महिला सशक्तिकरण के संदर्भ में कई सरकारी योजनाओं का भी उल्लेख किया, जो महिलाओं के लिए बनाई गई हैं। उन्होंने “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ”, “प्रधानमंत्री उज्जवला योजना”, “स्वच्छ भारत मिशन”, और “प्रधानमंत्री मुद्रा योजना” जैसी योजनाओं का जिक्र किया, जो महिलाओं की जीवन शैली में बदलाव लाने के उद्देश्य से शुरू की गई थीं।
उन्होंने यह भी बताया कि सरकार ने महिलाओं के लिए रोजगार के अवसर बढ़ाने पर विशेष ध्यान दिया है। प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत लाखों महिलाओं को स्वरोजगार के लिए ऋण दिया गया है, जिससे उन्हें आत्मनिर्भर बनने का अवसर मिला है। इसके अलावा, महिला उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने कई अन्य पहल की हैं।
सामाजिक बदलाव की दिशा में कदम
प्रधानमंत्री मोदी ने इस कदम को एक संकेत के रूप में देखा है कि देश में महिला सशक्तिकरण के लिए एक नई दिशा की आवश्यकता है। उन्होंने समाज के हर वर्ग से अपील की कि वे महिलाओं को सम्मान दें और उनके अधिकारों का सम्मान करें। उन्होंने यह भी कहा कि केवल सरकार ही नहीं, बल्कि समाज के हर सदस्य को महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए काम करना होगा।
प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर महिलाओं के खिलाफ हो रहे अपराधों की कड़ी निंदा की और कहा कि सरकार इस दिशा में कड़े कदम उठा रही है। उन्होंने कहा कि महिलाओं के खिलाफ अपराधों को रोकने के लिए कानून और न्याय व्यवस्था को और सशक्त बनाया जा रहा है।
महिलाओं को प्रेरणा देने वाले उदाहरण
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में उन महिलाओं का भी जिक्र किया जिन्होंने अपने क्षेत्र में नई मिसाल कायम की है। उन्होंने भारत की पहली महिला राष्ट्रपति, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और अन्य महिला नेताओं के योगदान को सराहा। उनके अनुसार, इन महिलाओं ने समाज में महिलाओं के लिए नए अवसर और मार्ग खोले हैं।
पीएम मोदी ने कहा, “हमारे इतिहास में बहुत सी ऐसी महिलाएं हैं जिन्होंने अपनी कड़ी मेहनत और संघर्ष से समाज में अपनी एक अलग पहचान बनाई। आज हम उन महिलाओं के योगदान का सम्मान करते हैं और उनके प्रयासों को आगे बढ़ाने का काम करेंगे।”
निष्कर्ष
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह कदम महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक ऐतिहासिक पहल है। सोशल मीडिया के माध्यम से महिलाओं को अपने विचार व्यक्त करने और अपनी आवाज़ को बुलंद करने का अवसर मिलना, समाज में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ावा देगा। यह कदम न केवल महिलाओं के अधिकारों की रक्षा करने का संदेश देता है, बल्कि समाज में समानता और सम्मान की भावना को भी प्रोत्साहित करता है।
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के इस खास मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने महिलाओं के संघर्ष और सफलता की कहानियों को साझा करके उन्हें प्रेरित किया और सरकार की ओर से महिला सशक्तिकरण के लिए किए जा रहे प्रयासों को और मजबूत किया। इस कदम से यह साफ हो गया कि भारत सरकार महिला सशक्तिकरण को अपनी प्राथमिकता मानती है और इस दिशा में निरंतर काम कर रही है।