यह घटना सोमवार रात को जन्माष्टमी उत्सव के दौरान सामने आई और अस्पताल के एक डॉक्टर ने कहा कि लगभग 29 मरीजों को उल्टी और घबराहट की शिकायत के साथ रात 1 बजे अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

मथुरा में एक खाद्य विषाक्तता की घटना के बाद करीब 50 लोग अस्पताल में भर्ती हो गए हैं। यह घटना उस समय सामने आई जब कई लोगों ने एक सामुदायिक भोजन के बाद तबीयत खराब होने की शिकायत की।
सूत्रों के अनुसार, शनिवार शाम को मथुरा के एक गांव में एक धार्मिक समारोह के दौरान सामूहिक भोजन का आयोजन किया गया था। भोजन के बाद, लोगों ने पेट दर्द, उल्टी और दस्त की शिकायत की। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, स्थानीय अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों को सूचना दी गई।
स्वास्थ्य अधिकारियों ने तुरंत कार्रवाई करते हुए प्रभावित लोगों को अस्पताल पहुंचाया और आवश्यक चिकित्सा सुविधाएं प्रदान की। शुरुआती जांच में पता चला कि भोजन में विषाक्त तत्व मौजूद थे, जो स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बने।
अस्पताल में भर्ती लोगों में से कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है, जबकि बाकी की स्थिति स्थिर है। डॉक्टरों ने बताया कि मरीजों को विशेष देखभाल और इलाज दिया जा रहा है, और उन्हें जल्दी ठीक होने की उम्मीद है।
स्थानीय प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने मामले की जांच शुरू कर दी है और खाद्य सामग्री की गुणवत्ता और सुरक्षा मानकों की समीक्षा की जा रही है। इसके साथ ही, दोषियों की पहचान और उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।
गांव में सुरक्षा उपायों को भी बढ़ाया गया है, और लोगों को सुरक्षित भोजन के महत्व के बारे में जागरूक किया जा रहा है। प्रशासन ने आम जनता से अपील की है कि वे किसी भी असामान्य स्थिति की सूचना तुरंत संबंधित अधिकारियों को दें।
इस घटना के बाद से स्थानीय निवासियों में गहरा आक्रोश और चिंता फैल गई है। लोग इस बात को लेकर चिंतित हैं कि ऐसे घटनाओं से कैसे बचा जा सकता है और भविष्य में इस तरह की समस्याओं से निपटने के लिए क्या कदम उठाए जा सकते हैं।
स्थानीय नेताओं और सामाजिक संगठनों ने प्रशासन से तुरंत कार्रवाई और न्याय की मांग की है ताकि इस तरह की घटनाएं पुनः न हों और प्रभावित लोगों को उचित न्याय मिल सके।