बीसीसीआई बॉस सौरव गांगुली ने साफ कर दिया है कि वे आगे भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के अध्यक्ष नहीं बन पाएंगे। उन्होंने कहा है कि मैं हमेशा प्रशासक नहीं बना रह सकता। आगे कुछ और बड़ा करना है।

देश के पूर्व क्रिकेटर रोजर बिन्नी का बीसीसीआई अध्यक्ष बनना लगभग तय हैं. बिन्नी से पहले भारतीय पूर्व कप्तान सौरव गांगुली इस पद पर करीब तीन साल तक बने रहे. लेकिन उम्मीद जताई जा रही है कि 18 अक्टूबर को होने वाली बोर्ड की वार्षिक आम बैठक में वह बिन्नी के लिए अपना पद छोड़ देंगे.
अध्यक्ष पद के लिए चल रहे उठापटक के बीच सौरव गांगुली का रिएक्शन सामने आया है. उन्होंने कहा है, ‘मैं अब कुछ और करने जा रहा हूं. मेरे क्रिकेट करियर के 15 साल काफी बेहतरीन रहे. मैं पहले कैब अध्यक्ष बना, फिर बीसीसीआई अध्यक्ष बना और अब मैं कुछ और करूंगा.’
खबरों की माने तो गांगुली अपने पद पर बने रहना चाहते थे, लेकिन कथित तौर पर उन्हें अन्य सदस्यों से समर्थन नहीं प्राप्त हुआ. इसलिए वह थोड़े नाराज चल रहे हैं. शायद यही वजह है कि गांगुली ने विचार प्रकट करते हुए कहा है कि, ‘वह कुछ और करेंगे, जिसके लिए वह आगे बढ़ चुके हैं.’
गांगुली ने बंधन बैंक के एक कार्यक्रम में कहा कि. ‘आप हमेशा नहीं खेल सकते. हमेशा प्रशासक भी बने नहीं रह सकते लेकिन दोनों काम में मजा आया. सिक्के के दोनों पहलू देखना रोचक रहा. आगे कुछ और बड़ा करूंगा.’
गांगुली सबसे पहले क्रिकेट प्रशासन में बंगाल क्रिकेट संघ के सचिव के रूप में आए थे. जगमोहन डालमिया के निधन के बाद वह सितंबर 2015 में इसके अध्यक्ष बने. सफलता अर्जित करने के बारे में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का उदाहरण दिया.
उन्होंने कहा, ‘जीवन, उपलब्धियां और तरक्की छोटे छोटे लक्ष्य के बारे में नहीं है. आप एक दिन में सचिन तेंदुलकर, अंबानी या नरेंद्र मोदी नहीं बन सकते.’ उन्होंने कहा, ‘आपको अपना जीवन, समय, दिन, सप्ताह और महीने देने पड़ते हैं. यही सफलता की कुंजी है.’
बीसीसीआई अध्यक्ष के तौर पर अपने कार्यकाल के बारे में उन्होंने कहा. ‘मुझे यह बहुत अच्छा लगा. पिछले तीन साल में कई अच्छी चीजें हुई. कोरोना काल में आईपीएल हुआ जो पूरे देश के लिये कठिन समय था. प्रसारण अधिकार रिकॉर्ड दाम पर बिके.’
उन्होंने कहा. ‘अंडर 19 टीम ने विश्व कप जीता. काश महिला टीम राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण जीत पाती. वे ऑस्ट्रेलिया को हरा सकते थे. सीनियर टीम ऑस्ट्रेलिया में जीती. बतौर प्रशासक ये सुनहरे पल थे.’
गांगुली ने भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी20 विश्व कप के लिए शुभकामना देते हुए कहा, ‘यह बेहतरीन टीम है और इसमें अपार प्रतिभा है. आप उम्मीद करते हैं कि यह टीम हर समय जीते लेकिन एक खिलाड़ी की चुनौतियां बिल्कुल अलग होती हैं. इसमें तुलना नहीं हो सकती.’उन्होंने कहा कि एक खिलाड़ी के रूप में चुनौतियां एक प्रशासक के तौर पर चुनौतियों से अधिक थी. उन्होंने कहा, ‘मैं आठ साल प्रशासन में रहा लेकिन मुझे लगता है कि एक क्रिकेटर की चुनौतियां अधिक होती हैं. प्रशासक के पास गलतियां सुधारने का समय होता है लेकिन टेस्ट मैच में सुबह ग्लेन मैकग्रा की गेंद पर आप आउट हो गए तो आपके पास सुधार का कोई मौका नहीं है.’