अलीगढ़ की इगलास विधानसीट सीट से विधायक राजकुमार सहयोगी गुरुवार को चूड़ियां बेचते हुए दिखाई दिए तो जिले की राजनीति में फुसफुसाहट का दौर शुरू हो गया. जानें क्या है पूरा मामला.

चूड़ी विक्रेता तो आपने खूब देखे होंगे, लेकिन यदि कोई जनप्रतिनिधि चूड़ी बेचते नजर आ जाएं तो? अलीगढ़ में करवाचौथ करवा चौथ से एक दिन पहले बुधवार को इस तरह के नजारे से कई लोगों को चौंका दिया। BJP विधायक राजकुमार सहयोगी चूड़ी बेच रहे थे। उनकी डिजाइन, खासियत महिलाओं को समझा रहे थे। चूड़ी पहनाने के अलावा भुगतान तक। दोपहर काफी देर वे इसी काम में व्यस्त रहे। दरअसल, वे अपनी पुस्तैनी दुकान पर थे। उनके लिए राजनीति अपनी जगह और पेशा अपनी जगह।
MLA के पुत्र की है दुकान
अलीगढ़ जिलेे के इगलास विधानसभा क्षेत्र से BJP से चुनाव जीते। विधायक बनने के बाद भी राजकुमार सहयोगी अपने पेशे को नहीं भूले हैं। विधायक बनने के बाद से उनके पुत्र हिमांशु सहयोगी इस दुकान को संभाल रहे हैं। लेकिन, जब भी उन्हें समय मिलता है, वे रेलवे रोड पर विधायक सहयोगी मार्केट स्थित चूड़ी की दुकान पर आ जाते हैं। खास कर त्योहारों पर।
दूसरी बार विधायक बने हैं सहयोगी
राजकुमार सहयोगी भारतीय जनता पार्टी की टिकट पर दो बार विधायक बन चुके हैं। उनका राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के कार्यकर्ता से विधायक बनने तक का सफर संघर्षों व उपलब्धियों से भरा रहा है। उनकी सफलता के पीछे संघ व पार्टी के प्रति निष्ठा व लग्न रही है। अलीगढ़ के रेलवे रोड पर सहयोगी मार्केट, पत्थर बाजार में रहते हैं। यही इनकी दुकान है।
विरासत में मिली समाज सेवा
इगलास विधानसभा क्षेत्र के ब्लाक लोधा के गांव जिरौली डोर के रहने वाले स्व. डोरीलाल सहयोगी के यहां 20 अगस्त 1966 को इनका जन्म हुआ था। छात्रकाल से ही राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से जुड़ गए। संघ का कार्य करने के साथ उन्हें समाज सेवा व धार्मिक कार्यों में रुचि अपने पिता से विरासत में मिली। 20 फरवरी 1987 को उनका विवाह संतोष देवी के साथ हुआ। इनके दो बेटे व तीन बेटियां हैं। हाईस्कूल तक शिक्षा ग्रहण करने वाले राजकुमार सहयोगी व्यापार से जुड़े हुए हैं। संघ के कार्य के साथ भजपा में भी सक्रिय रहते थे। आरएसएस की सबसे बड़े प्रशिक्षण संघ शिक्षा वर्ग तृतीय वर्ष किए हैं। वह भाजपा में महानगर उपाध्यक्ष व जिला महामंत्री रह चुके हैं।
रिकार्ड मत से दर्ज की थी जीत
इगलास विधानसभा सीट 2012 में अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हो गई थी। 2017 में BJP से सहयोगी ने टिकट मांगी थी, लेकिन पार्टी ने यहां से राजवीर सिंह दिलेर को प्रत्याशी बनाया और उन्होंने जीत दर्ज की। 2019 में लोकसभा चुनाव में राजवीर दिलेर ने हाथरस लोकसभा क्षेत्र से जीत दर्ज कराई तो इगलास विधानसभा सीट खाली हो गई। संघ की पैरवी पर पार्टी ने राजकुमार सहयोगी पर भरोसा जताते हुए 2019 के उपचुनाव में प्रत्याशी बनाया। इस चुनाव में RLD प्रत्याशी का पर्चा खारिज हो गया था। राजकुमार सहयोगी ने चुनाव में अच्छे मतों से जीत दर्ज कराई थी। 2022 में हुई विधानसभा चुनाव में पुन: भाजपा ने राजकुमार सहयोगी को प्रत्याशी बनाया। इस चुनाव में भी उन्होंने 126166 मत प्राप्त कर रिकार्ड जीत दर्ज कराई।