झूठा निकला दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल का दावा, NIOS ने किया खुलासा और बताया कि पहला वर्चुअल स्कूल दिल्ली सरकार ने नहीं खोला है, इससे पहले केंद्र सरकार ने ऐसे स्कूल की शुरुआत की थी.

नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ओपन स्कूलिंग ने बुधवार को कहा कि देश में पहला वर्चुअल स्कूल पिछले साल दिल्ली सरकार ने नहीं बल्कि केंद्र ने शुरू किया था. भारत के पहले वर्चुअल स्कूल के आज लॉन्च होने के दावों के संबंध में कुछ मीडिया रिपोर्टों के संदर्भ में, NOIS ने एक बयान में कहा, “यह सूचित किया जाता है कि देश का पहला वर्चुअल स्कूल पिछले साल अगस्त में केंद्रीय शिक्षा मंत्री द्वारा पहले ही लॉन्च किया गया था.
दिल्ली के शिक्षा मॉडल पर छिड़ी हुई है बहस
सीएम केजरीवाल ने यह दावा ऐसे समय किया है जब देश भर में दिल्ली के शिक्षा मॉडल पर बहस छिड़ी हुई है। विपक्षी नेता और अन्य राज्यों के मंत्री भी उनसे वाद-विवाद करते रहते हैं और दिल्ली सरकार के दावों पर सवाल उठाते रहते हैं। इसी बीच, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का दिल्ली में देश का पहला वर्चुअल स्कूल खोलने का दावा झूठा निकला है। इससे अब यकीनन दिल्ली सरकार के शिक्षा मॉडल पर एक बार फिर सवाल खड़े होने के आसार हैं।
2020 में उत्तराखंड में खुला था पहला वर्चुअल स्कूल
हालांकि, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का यह दावा पूरी तरह से झूठा है। दिल्ली में खोला गया वर्चुअल स्कूल देश का पहला वर्चुअल स्कूल नहीं है। दिल्ली से पहले देश में और भी वर्चुअल स्कूल खोले जा चुके हैं। सबसे पहले 2020 में भाजपा शासित राज्य उत्तराखंड के तत्कालीन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने देहरादून में देश के पहले वर्चुअल स्कूल की शुरुआत की थी। अमर उजाला डॉट कॉम ने इस संबंध में कई खबरें प्रकाशित की थीं। इस स्कूल के जरिये भारतीय ज्ञान परंपरा, वैदिक गणित, विज्ञान, भारतीय शास्त्रीय संगीत, संस्कृति, कला और परंपराओं की शिक्षा दी जा रही है।
झूठा निकला दिल्ली के सीएम का दावा
आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार, 31 अगस्त, 2022 को दिल्ली में देश के पहले वर्चुअल स्कूल की शुरुआत करने का दावा किया था. सीएम केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा कि आज शिक्षा के क्षेत्र में बहुत बड़ी क्रांति की शुरुआत हो रही है. आज देश का पहला वर्चुअल स्कूल दिल्ली में शुरू हुआ है.
2021 में केंद्र सरकार ने NIOS में खोला वर्चुअल स्कूल
वहीं, 2021 में केंद्रीय शिक्षा, कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने एनआईओएस में वर्चुअल स्कूल का उद्घाटन किया था। इस संबंध में केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने ट्वीट कर जानकारी भी दी थी। प्रधान ने तब कहा था कि 3-9 वर्ष के 7.5 करोड़ छात्रों को पढ़ने, लिखने और अंकगणित में निपुण बनाने के लिए ई संसाधन हों या शिक्षक और शिक्षार्थी की दूरी को कम करने तथा छात्रों का उज्जवल भविष्य सुनिश्चित करने कि दिशा में शुरू हुए वर्चूअल स्कूल यह सब मोदी सरकार की शिक्षा की ओर प्रतिबद्धता को दृष्टिगत करता है।