पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान का मानना है कि दुनिया भर में तेजी से बढ़ती टी-20 लीग के चलते अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के सामने खिलाड़ियों को बरकरार रखने की चुनौती हैं।

इयान चैपल ने ऑस्ट्रेलिया के लिए 75 टेस्ट मैच खेल थे. वर्ल्ड सीरीज क्रिकेट को लेकर आने वाले कैरी पैकर इयान चैपल को बर्खास्त करना चाहते थे. मेल ने चैपल के हवाले से लिखा है, “मुझे वो दिन भी याद है जब मैं जानता था कि मेरे अंदर काफी क्रिकेट बची है.
करियर हो गया था खत्म
इयान चैपल ने अपने कॉमेंट्री करियर के शुरुआती दिनों को लेकर भी बात की. उन्होंने साथ ही बताया की मीडिया टायकून कैरी पैकर ने उनका करियर लगभग खत्म कर दिया था. उन्होंने बताया, “कैरी मुझे कई दफा बर्खास्त करना चाहते थे. वह वनडे क्रिकेट के बारे में फालतू की बातें किया करते थे क्योंकि ये उनका द्वारा लाया गया था.”
विवादों से भरा रहा है करियर
चैपल ने टीवी और रेडियो के लिए कॉमेंट्री की. उनका करियर विवादों से भरा रहा. उनकी और इंग्लैंड के महान ऑल राउंडर की प्रतिद्वंदिता कॉमेंट्री बॉक्स तक चली. इसमें सबसे प्रसिद्ध किस्सा 1998 की एशेज सीरीज का है. इस दौरान चैपल ने बॉथम को नजरअंदाज किया था और कहा था कि वह अपनी बात पर कायम नहीं रह सकते. चैपल ने कहा कि हो सकता है कि उनको सुनने वालों को उनकी आवाज चुभती हो लेकिन माइक के पीछे अपने समय का लुत्फ लिया है. चैपल ने 1980 में चैनल 9 को ज्वाइन किया था और यहां से वह तमाम चैनलों तक पहुंचे.
दिग्गज इयान चैपल का बड़ा बयान
वाइड वर्ल्ड ऑफ स्पोर्ट्स में इस बार इयान चैपल गेस्ट बनकर आए। उन्होंने कहा, मेरे जीवनकाल में टेस्ट क्रिकेट खत्म नहीं होगा लेकिन इसे कौन खेल रहा होगा?। ये सबसे बड़ा सवाल है। अगर सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी नहीं खेल रहे तो क्या टेस्ट क्रिकेट देखने लायक होगा? मेरेे हिसाब से इसका जवाब ना होगा।उन्होंने आगे कहा, टेस्ट क्रिकेट एक शानदार खेल हैं लेकिन इसे अच्छी तरह खेला जाना चाहिए। मुझे नहीं लगता है कि इस समय इसे इतना महत्व नहीं दिया जा रहा है। इसका मतलब साफ है कि आने वाले समय में इसे कोई पूछेगा भी नहीं।लोगों की रूचि भी खत्म हो जाएगी।