पिछले दो दिनों से चल रही एमपीसी की बैठक आज समाप्त हो गई है. महंगाई पर काबू पाने के लिए आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने रेपो रेट में 50 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी का एलान किया है. रेपो रेट अब बढ़कर 5.40 फीसदी हो गया है.

भारतीय रिजर्व बैंक ने शुक्रवार को खुदरा महंगाई को काबू में लाने के लिये नीतिगत दर रेपो को 0.5 प्रतिशत बढ़ाकर 5.4 प्रतिशत कर दिया. इससे कर्ज की मासिक किस्त बढ़ेगी.साथ ही मौद्रिक नीति समिति ने नरम नीतिगत रुख को वापस लेने पर ध्यान देने का भी निर्णय किया है.
मौद्रिक नीति समिति की तीन दिन की बैठक में किये गये निर्णय की जानकारी देते हुए आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि एमपीसी ने आम सहमति से रेपो दर 0.5 प्रतिशत बढ़ाकर 5.4 प्रतिशत करने का निर्णय किया है.
उन्होंने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था ऊंची मुद्रास्फीति से जूझ रही है और इसे नियंत्रण में लाना जरूरी है.
दास ने कहा कि मौद्रिक नीति समिति ने मुद्रास्फीति को काबू में लाने के लिये नरम नीतिगत रुख को वापस लेने पर ध्यान देने का भी फैसला किया है.आरबीआई ने चालू वित्त वर्ष के लिये आर्थिक वृद्धि दर के अनुमान को 7.2 प्रतिशत पर बरकरार रखा है. साथ ही केंद्रीय बैंक ने खुदरा महंगाई दर चालू वित्त वर्ष में 6.7 प्रतिशत रहने का अनुमान बरकरार रखा है.
- सप्लाई बढ़ने से खाने के तेल की कीमतों में कमी
- घरेलू खाद्य तेल की कीमतों में आगे भी कमी संभव: RBI
- उपभोक्ता मूल्य सूचकांक मुद्रास्फीति असहज रूप से उच्च बनी हुई है और 6% से ऊपर रहने की उम्मीद है.
- RBI ने अपने FY23 सकल घरेलू उत्पाद के विकास के अनुमान को 7.2% पर बरकरार रखा है.
- रेपो दर अब पूर्व-महामारी के स्तर पर वापस आ गई है, जो अगस्त 2019 के बाद सबसे अधिक है.
- सीमांत स्थायी सुविधा और बैंक दरों को 5.15% से 5.65% तक समायोजित किया गया है.
- महंगाई को कम्फर्ट लेवल पर लाने के लिए रेपो रेट में बढ़ोतरी की गई है.
- भारतीय अर्थव्यवस्था उच्च मुद्रास्फीति से जूझ रही है- आरबीआई गवर्नर
- बढ़ जाएगा लोन का ईएमआई
- रेपो रेट में 0.50 फीसदी की बढ़ोतरी
- आरबीआई ने मई के बाद से दो बार दरें बढ़ाई हैं.
- महंगाई को काबू करने के लिए मई में एक अनिर्धारित पॉलिसी बैठक में आरबीआई ने रेपो दर में 90 आधार अंकों की बढ़ोतरी करके 4.90% किया था.
- तेल की कीमतों में गिरावट से डॉलर में कमजोरी आई और रुपया मजबूत हुआ.
- मौद्रिक नीति के फैसले से पहले रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 79.15 पर खुला.
- महंगाई लगातार छठे महीने आरबीआई की 6% की ऊपरी सीमा से ऊपर बनी हुई है.
- भारत का उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) मुद्रास्फीति वर्तमान में जून 2022 में 7.01% पर है, जो अप्रैल में 7.79% पर पहुंच गई थी.
- अब तक, सेंट्रल बैंक ने यूएस फेड के विपरीत रेपो दर में 90 आधार अंकों की वृद्धि की है.
- रेपो रेट में बढ़ोतरी से लोन का ईएमआई बढ़ जाएगा.
- अगर आज आरबीआई रेपो रेट में बढ़ोतरी करता है तो यह लगातार तीसरी बढ़ोतरी होगी.