कांग्रेस के चार सांसदों को निलंबित किए जाने के बाद विपक्षी सदस्यों के लगातार विरोध के बीच लोकसभा को मंगलवार सुबह 11 बजे बैठक के लिए स्थगित कर दिया गया।

लोकसभा में तख्तियां लेकर महंगाई के विरोध में नारेबाजी के बाद कांग्रेस के 4 सांसदों को सदन से निलंबित कर दिया गया है. लोकसभा कल 26 जुलाई को सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई. कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर , ज्योतिमणि , राम्या हरिदास और टीएन प्रतापन को पूरे सत्र के लिए निलंबित किया गया है.
सदन की कार्यवाही स्थगित करने के पहले अध्यक्ष की कुर्सी पर बैठे राजेंद्र अग्रवाल ने कांग्रेस के चार सांसदों को हंगामा करने के लिए नामित किया. नियम 374 के तहत कांग्रेस के चार सांसदों को सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित किया गया है.
महंगाई के मुद्दे पर किया प्रदर्शन
इससे पहले महंगाई, रसोई गैस की कीमतों में बढ़ोतरी के मुद्दों पर केंद्र से चर्चा की मांग को लेकर विपक्षी सांसदों ने सोमवार को सदन में नारेबाजी की और तख्तियां दिखाईं. इसपर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने उन्हें फटकार लगाई और सदन की गरिमा बनाए रखने के लिए कहा. ओम बिरला ने कहा, “ये लोकतंत्र का मंदिर है, सदन की गरिमा बनाए रखना सदस्यों की जिम्मेदारी है. सरकार चर्चा करने के लिए तैयार है.”
लोकसभा अध्यक्ष हुए सख्त
लोकसभा अध्यक्ष ने कहा, “अगर आप चर्चा करना चाहते हैं तो मैं इसके लिए तैयार हूं, लेकिन अगर सदन में केवल तख्तियां दिखाना चाहते हैं तो दोपहर 3 बजे के बाद सदन के बाहर ऐसा कर सकते हैं. देश की जनता चाहती है कि सदन चले.” लोकसभा अध्यक्ष ने उन्हें चेतावनी दी कि सदन में तख्तियां लाने वाले किसी भी सांसद को कार्यवाही में भाग लेने की अनुमति नहीं दी जाएगी.
चार सांसदों को शेष सत्र के लिए किया निलंबित
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने संसद के निचले सदन के अंदर स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की, जबकि विपक्षी सांसदों को महंगाई, एलपीजी कीमतों में वृद्धि और अन्य मुद्दों पर संदेशों के साथ तख्तियां पकड़े देखा गया. इसके बाद कांग्रेस के चार सांसदों को शेष सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया.
सांसदों के निलंबन पर कांग्रेस ने क्या कहा?
सांसदों के निलंबन को लेकर कांग्रेस की ओर से भी बयान जारी किया गया. कांग्रेस ने कहा कि हमारे सांसदों को सस्पेंड कर सरकार हमें डराने की कोशिश कर रही है. वे उन मुद्दों को उठाने की कोशिश कर रहे थे जो लोगों के लिए मायने रखते हैं.