लगातार जारी जंग के बीच वेटिकन की ओर से कहा गया है कि दोनों लोगों ने इस बात पर सहमति व्यक्त की कि चर्च को “राजनीति की भाषा नहीं, बल्कि यीशु की भाषा का उपयोग करना चाहिए” और पोप ने संघर्ष विराम तक पहुंचने के लिए वार्ता के महत्व पर बल दिया.

रूस को यूक्रेन के खिलाफ जंग शुरू हुए तीन हफ्ते हो चुके हैं और उसकी ओर से अभी भी लगातार हमला किया जा रहा है. इस जंग में यूक्रेन में जमकर तबाही मचाई है और लाखों लोगों को जान बचाकर भागना पड़ा है. राजधानी कीव समेत यूक्रेन के कई शहरों में बर्बादी के मंजर हर ओर देखे जा सकते हैं. अंतरराष्ट्रीय बिरादरी अतिशीघ्र इन इलाकों में शांति चाहता है , लेकिन रूस अपने अभियान में लगा हुआ है. इस बीच पोप फ्रांसिस ने रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच रूसी ऑर्थोडॉक्स चर्च के प्रमुख के साथ एक वीडियो कॉल के दौरान धार्मिक उपदेशकों द्वारा राजनीति नहीं बल्कि शांति की सीख देने की जरूरत पर बल दिया.
यह यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद दोनों ईसाई नेताओं के बीच पहला ज्ञात संवाद है. वेटिकन ने कहा कि फ्रांसिस ने ‘न्यायोचित युद्ध’ की अवधारणा को खारिज कर दिया और पादरियों को शांति का रास्ता खोजने की आवश्यकता पर बल दिया.
राजनीति की नहीं, यीशु की भाषा का उपयोग करें’
वेटिकन के एक बयान में कहा गया है कि दोनों लोगों ने इस बात पर सहमति व्यक्त की कि चर्च को “राजनीति की भाषा नहीं, बल्कि यीशु की भाषा का उपयोग करना चाहिए” और उन्होंने संघर्ष विराम तक पहुंचने के लिए वार्ता के महत्व पर बल दिया. वेटिकन ने फ्रांसिस के हवाले से कहा, ‘जो लोग युद्ध की कीमत चुकाते हैं वे आम लोग हैं, रूसी सैनिक हैं और ऐसे लोग हैं जिन पर बमबारी की जाती है और वे मारे जाते हैं.’
रूसी चर्च ने कहा, ‘दोनों पक्षों ने वार्ता प्रक्रिया के महत्व पर जोर दिया और जल्द से जल्द शांति का रास्ता निकलने की उम्मीद जताई.’
रूस की अर्थव्यवस्था बर्बाद कर देंगेः राष्ट्रपति बाइडेन
दूसरी ओर, रूस से जारी जंग के बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लोदिमीर जेलेंस्की के अमेरिकी संसद को दिए संबोधन के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने यूक्रेन को एक बार फिर मदद का भरोसा दिलाया है. उन्होंने कहा कि जिस तरह से रूसी सेना ने मारियोपोल के अस्पताल में भारी बमबारी की है उसे देखने के बाद हमने तय किया है कि हम यूक्रेन को और ज्यादा खतरनाक हथियार देंगे.
राष्ट्रपति बाइडेन ने कहा कि अमेरिका यूक्रेन की आजादी के साथ खड़ा है और यूक्रेन के लोगों को हर मुमकिन मदद पहुंचाएगा. हमने यूक्रेन को 200 मिलियन डॉलर की मदद भेजी है और इस हफ्ते 1 बिलियन डॉलर की और मदद भेजेंगे. उन्होंने आगे कहा कि रूस को हराने के लिए हम यूक्रेन को और हथियार भेज रहे हैं. हम यूक्रेन को लॉग रेंज एंटी एयरक्राफ्ट सिस्टम देने जा रहे हैं. व्लादिमिर पुतिन को इसकी भारी कीमत चुकानी होगी. हम रूस पर और भी प्रतिबंध लगाने जा रहे हैं. रूस की इकोनॉमी को पूरी तरह से बर्बाद कर देंगे.