वाराणसी में ईवीएम को लेकर शुरू हुआ विवाद देर रात तक सुलझा लिया गया. दरअसल सपा समेत कई राजनीतिक दलों की उपस्थिति में इसकी चेकिंग की गई तो ये डेमो ईवीएम निकली.

वाराणसी के पहाड़िया मंडी स्थित मतगणना स्थल पर मंगलवार शाम ईवीएम बदलने को लेकर शुरू हुआ विवाद लगभग नौ घंटे तक चलता रहा। देर रात तक सभी की सहमति पर वाहन जो ईवीएम मिले थे उनकी जांच कराने पर सहमति बनी। तब जाकर बुधवार तड़के करीब नौ बजे मामले का पटाक्षेप हुआ और जिला प्रशासन ने राहत की सांस ली। इससे पहले करीब नौ घंटे तक जिला मुख्यालय से लेकर मतगणना स्थल तक आपाधापी मची रही।
सपा कार्यकर्ताओं के हंगामे, नारेबाजी और प्रदर्शन के कारण प्रशासन सकते में रहा। रात डेढ़ बजे के करीब पीलीकोठी-गोलगड्डा इलाके में भी विरोध-प्रदर्शन हुआ तो पुलिस ने बल प्रयोग कर लोगों को तितर-बितर किया। इस दौरान पुलिस पर पत्थरबाजी की गई। लाठीचार्ज और पत्थरबाजी का एक वीडियो भी सामने आया है। मंगलवार रात पहड़िया मंडी में ईवीएम प्रकरण को लेकर हुए जगह-जगह बवाल और तोड़फोड़ को देखते हुए वाराणसी कमिश्नरेट के सभी थानों को अलर्ट कर दिया गया है। बुधवार सुबह से पहड़िया मंडी में शांति है। पुलिस तैनात है।
वीवीपैट की भी हुई जांच
बता दें कि बैलेट यूनिट और कंट्रोल यूनिट खोल कर भी लोगों को दिखाया गया, साथ ही वीवीपैट भी प्रत्याशियों के सामने प्रदर्शित किया गया. उसमें किसी प्रकार की पर्ची व पेपर रोल नहीं मिला. हालांकि सभी मशीनों की जांच को लेकर प्रत्याशी दबाव बनाते रहे तो प्रशासन रैंडम चेकिंग पर पर ही अड़ा रहा. ईवीएम के बैलेट यूनिट व कंट्रोल यूनिट के नंबर न दिए जाने का सवाल उठाए जाने पर इसे तत्काल उपलब्ध कराने के लिए कर्मियों को बुलाया गया. बताते चलें कि इस पूरी प्रक्रिया से डीएम व कमिश्नर को दूर रखा गया.