रूस के हमले के डर की वजह से यूक्रेन के पश्चिमी हिस्से में हाई अलर्ट जारी किया गया है. यह वही क्षेत्र है, जहां से यूक्रेन को विदेशी मदद मिल रही है.

रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग को आज छठा दिन है. इस संघर्ष को थामने की तमाम अंतरराष्ट्रीय कोशिशों और पहले राउंड की बैठक के बावजूद भी लड़ाई लंबी खिंचती जा रही है. रूस लगभग सभी दिशाओं से यूक्रेन पर हमला कर रहा है. हालांकि यूक्रेन की सेना भी अपनी धरती पर हमला करने वाले रूसी सैनिकों को मुहंतोड़ जवाब दे रही है. लेकिन इस बीच यूक्रेन के लिए एक बेहद ही डराने वाली खबर सामने आई है. जिसके चलते पश्चिमी यूक्रेन में हमले का अलर्ट जारी किया गया है.
ये यूक्रेन का वही हिस्सा है, जहां से उसे दुनियाभर के देश विदेश मदद मुहैया करा रहे हैं. इसके साथ ही इस रास्ते से शरणार्थी सुरक्षित देश से बाहर जा पा रहे हैं. ऐसी जानकारी सामने आई है कि कीव में लड़ाई लंबी खिंचने की सूरत में रूस पश्चिमी यूक्रेन पर भी हमला कर सकता है. यहां का लवीव शहर रूस के मुख्य निशाने पर है. ये शहर इस वक्त इसलिए इतना अहम है क्योंकि शरणार्थी यहीं से होकर पोलैंड बॉर्डर पर जा रहे हैं. साथ ही कई देशों ने भी अपने दूतावास लवीव में ट्रंसफर किए हैं.
दूसरे शहर भी रूस के निशाने पर
ऐसी भी खबर है कि रूसी सैनिकों के निशाने पर लवीव के साथ ही चेरनिवत्सी, टेरनोपिल और उजरोड जैसे शहर भी हैं. ये लड़ाई इसलिए भी लंबी चल सकती है क्योंकि रूस की योजना राजधानी कीव को अपने कब्जे में लेने की है. जो इस समय यूक्रेन की सेना के नियंत्रण में है. ऐसा कहा जा रहा है कि रूस कीव पर कब्जा कर इस देश की सरकार को सत्ता से हटा सकता है. यही वजह है कि यूक्रेन की सेना कीव को बचाने की पूरी कोशिश में है.
रूस का 64 किमी लंबा काफिला
अमेरिकी कंपनी मैक्सार टेक्नोलॉजी ने अपनी ताजा तस्वीरें जारी की हैं. जिनसे पता चला है कि रूसी सैनिकों का 64 किलोमीटर लंबा काफी राजधावी कीव के उत्तर में सड़कों पर है. इस काफिले के पास ही कुछ घरों और इमारतों पर आग लगती देखी गई है. इससे इस बात की आशंका बढ़ गई है कि रूस बड़े स्तर पर कीव पर हमला कर सकता है.