पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान लगातार विरोध कर रहे हैं और पाकिस्तान में नए सिरे से चुनाव कराने की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि पाकिस्तान की वर्तमान सरकार आयातित है और शाहबाज पाकिस्तान के लोगों के सच्चे प्रतिनिधि नहीं हैं।

पाकिस्तान पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के आदेश पर प्रदर्शनकारी बंदूकों और स्वचालित हथियारों के साथ ‘आजादी रैली’ में शामिल हुए थे। देश के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने यह दावा किया है। दरअसल, इमरान खान उनकी पार्टी पाकिस्तान तहरीक- ई-इंसाफ के हजारों समर्थकों के साथ 25 मई को इस्लामाबाद में पीटीआईए विरोध रैली का नेतृत्व किया था। उन्होंने नए चुनावों की घोषणा होने तक धरना देने की बात कही थी। हालांकि, बाद में अचानक अपनी हड़ताल समाप्त कर दी।
हालांकि, उन्होंने कहा था कि अगर सरकार ने चुनाव की तारीख की घोषणा नहीं की तो वह 6 दिन बाद लौट आएंगे। सोमवार को जियो टीवी को दिए इंटरव्यू में ख्वाजा आसिफ ने बताया कि ‘आजादी रैली’ में शामिल प्रदर्शनकारियों ने इमरान खान के आदेश पर हथियार ले लिए थे. उन्होंने आगे कहा, ‘इमरान खान की पार्टी के कार्यकर्ता न सिर्फ बंदूकें बल्कि स्वचालित हथियार भी लेकर चल रहे थे. आसिफ ने कहा, ‘इमरान ने प्रदर्शनकारियों को हथियार लेकर रैली में आने को कहा था। लेकिन सरकार को इसकी जानकारी थी।
इमरान की ‘आजादी रैली’ में हथियार
आसिफ ने कहा कि ‘आजादी रैली’ के दौरान इमरान की पार्टी पीटीआई के कार्यकर्ता हथियार लेकर चल रहे थे। अप्रैल में अविश्वास प्रस्ताव के जरिए खान को प्रधानमंत्री पद से हटा दिया गया था। हालांकि, उन्होंने इस नतीजे को मानने से साफ इनकार कर दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि अमेरिका उनकी सरकार गिराने की साजिश में शामिल है। पीटीआई अध्यक्ष इमरान लगातार विरोध कर रहे हैं और पाकिस्तान में नए सिरे से चुनाव कराने की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि पाकिस्तान की वर्तमान सरकार आयातित है और शाहबाज पाकिस्तान के लोगों के सच्चे प्रतिनिधि नहीं हैं।
जरदारी ने बताया कब होगा चुनाव
वहीं, पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के सह अध्यक्ष आसिफ जरदारी ने कहा कि पाकिस्तान में चुनावों की घोषणा चुनाव प्रक्रिया में सुधार और राष्ट्रीय जवाबदेही कानूनों में संशोधन के बाद की जाएगी। जरदारी ने कहा कि पाकिस्तान की मौजूदा गठबंधन सरकार इन दोनों कामों के पूरा होते ही चुनाव करा देगी. जरदारी ने आगे कहा, ‘मैंने इस संबंध में पाकिस्तान मुस्लिम लीग-एन (पीएमएल-एन) के संस्थापक नवाज शरीफ से भी बात की है। उनसे बातचीत के बाद हम इस बात पर सहमत हुए हैं कि चुनाव प्रक्रिया में सुधार और राष्ट्रीय जवाबदेही कानूनों में संशोधन होते ही चुनाव करा दिए जाएंगे।