UPI से संबंधित किसी भी शिकायत के लिए आपको उसी बैंक से संपर्क करना होगा जिससे UPI जुड़ा हुआ है। जहां तक मैक्सिमम ट्रांजैक्शन की बात है तो आप प्रति ट्रांजैक्शन 2 लाख रुपये तक फंड ट्रांसफर कर सकते हैं।

यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस तत्काल भुगतान की सबसे सटीक प्रणाली है। इसे नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया ने तैयार किया है। भारतीय रिजर्व बैंक एनपीसीआई को नियंत्रित करता है। UPI पेमेंट सिस्टम के IMPS इंफ्रास्ट्रक्चर पर बना है, जिसमें आपको इंस्टेंट मनी ट्रांसफर की सुविधा मिलती है। कुछ ही समय में दो पक्षों के बैंक खातों के बीच फंड ट्रांसफर किया जाता है। लेकिन इस फंड ट्रांसफर के लिए एक लिमिट फिक्स है। आप उस सीमा से अधिक UPI के माध्यम से फंड ट्रांसफर नहीं कर सकते। यह लिमिट 2 लाख रुपये प्रति ट्रांजैक्शन है।
UPI का इस्तेमाल करने के लिए आपको एक UPI पिन बनाना होगा। यह पिन वैसा ही होता है जैसा हम एटीएम का पिन जनरेट करते हैं। हम खुद UPI पिन जनरेट कर सकते हैं, जो 4-6 अंकों का पासकोड है। किसी भी UPI ऐप पर पहली बार रजिस्टर करते समय पिन जनरेट करना होगा। अगली बार जब आप कोई लेनदेन करेंगे तो आपको यह पिन दर्ज करना होगा। इस पिन को डाले बिना लेनदेन सफल नहीं होगा। ऑनलाइन खरीद बिल भुगतान भी UPI के माध्यम से किया जा सकता है। यह ध्यान रखना होगा कि आप जिस मर्चेंट को भुगतान कर रहे हैं, वह UPI भुगतान का समर्थन करता है।
यूपी के माध्यम से भुगतान कैसे करें
ऑनलाइन मर्चेंट के प्लेटफॉर्म पर पेमेंट करने के लिए उसके पेमेंट ऑप्शन पर जाना होगा। इस पर क्लिक करके आपको abc@upi जैसे पेमेंट एड्रेस डालना होगा। इसे डालने के बाद आपके भीम ऐप पर कलेक्ट रिक्वेस्ट आएगी। यहां आपको यूपीआई पिन डालना होगा और इससे आपका भुगतान सफल हो जाएगा। यह काम बहुत आसान है और बिना किसी की मदद के पहली बार भी पूरा किया जा सकता है। हो सकता है भुगतान आपकी तरफ से गया हो, आपके खाते से पैसा कट गया हो, लेकिन पैसा प्राप्तकर्ता के खाते में नहीं पहुंचा है। इसका कारण यह हो सकता है कि लाभार्थी बैंक के नेटवर्क में देरी हो रही है। हालांकि, आपका भेजा हुआ पैसा 48 घंटे के अंदर उस खाते में पहुंच जाएगा। UPI के माध्यम से फंड ट्रांसफर करने के लिए लाभार्थी पंजीकरण की आवश्यकता नहीं है। वर्चुअल आईडी / अकाउंट और IFSC / आधार नंबर की मदद से लाभार्थी के खाते में मनी ट्रांसफर किया जा सकता है। UPI को ऑपरेट करने के लिए पहले बैंक अकाउंट को लिंक करना पड़ता था। लेकिन अब आप UPI पेमेंट ऐप को किसी भी PPI वॉलेट और UPI से लिंक करके चला सकते हैं।
भुगतान की अधिकतम सीमा क्या है
UPI में सबसे बड़ी सुविधा यह है कि अगर भुगतान अस्वीकार कर दिया जाता है, तो पैसा तुरंत भुगतानकर्ता के बैंक खाते में वापस कर दिया जाता है। अगर आपके खाते में तुरंत पैसा वापस नहीं आता है, तो आप अपने बैंक से संपर्क कर सकते हैं जिससे यूपीआई जुड़ा हुआ है। UPI से संबंधित किसी भी शिकायत के लिए आपको उसी बैंक से संपर्क करना होगा जिससे UPI जुड़ा हुआ है। जहां तक मैक्सिमम ट्रांजैक्शन की बात है तो आप प्रति ट्रांजैक्शन 2 लाख रुपये तक फंड ट्रांसफर कर सकते हैं।