जर्मनी से डेनमार्क पहुंचे पीएम मोदी का एयरपोर्ट पर डेनमार्क के प्रधानमंत्री ने स्वागत किया. मारीएनबोर्ग में डेनमार्क के प्रधानमंत्री के आधिकारिक आवास पर पहुंचने पर फ्रेडरिकसन ने भी मोदी की अगवानी की।

डेनमार्क की महारानी मारग्रेथे द्वितीय ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यहां गर्मजोशी से स्वागत किया। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्विटर पर बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने महारानी के शासनकाल के 50 साल पूरे होने पर उन्हें बधाई दी। गौरतलब है कि 82 वर्षीय महारानी मारग्रेथे द्वितीय 1972 से डेनमार्क की शासिका हैं। डेनमार्क की राजशाही दुनिया में सबसे पुरानी में एक है। बागची ने ट्वीट किया, ‘‘डेनमार्क की महारानी मारग्रेथे द्वितीय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का गर्मजोशी से स्वागत किया।
विदेश मंत्रालय ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि प्रधान मंत्री मोदी ने अपने डेनिश समकक्ष फ्रेडरिकसेन के साथ द्विपक्षीय वार्ता की और दोनों नेताओं ने एक दूसरे के साथ और बाद में प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता की। इसमें कहा गया है कि दोनों प्रधानमंत्रियों ने भारत-डेनमार्क ग्रीन स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप की प्रगति की भी समीक्षा की। वार्ता में अक्षय ऊर्जा, विशेष रूप से अपतटीय पवन ऊर्जा और हरित हाइड्रोजन के साथ-साथ कौशल विकास, स्वास्थ्य, शिपिंग, पानी और आर्कटिक के क्षेत्रों में सहयोग से संबंधित विषयों को शामिल किया गया।
फिलहाल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी डेनमार्क यात्रा के दौरान यहां रहने वाले भारतीयों से भी मुलाकात की है. जहां उन्होंने डेनमार्क में मौजूद भारतीयों को संबोधित करने से पहले भारत माता की जय के नारे से अपने संबोधन की शुरुआत की. इसके बाद उन्होंने भारत और डेनमार्क के आपसी संबंधों को मजबूत बनाने पर जोर दिया.
पीएम मोदी ने कहा कि ‘डेनमार्क भारत के व्हाइट रिवोल्युशन में हमारे साथ था, अब हमारे ग्रीन फ्युचर में मज़बूत साझेदार बन रहा है.’ पीएम मोदी के अनुसार डेनमार्क और भारत के बीच इलेक्ट्रिक मोबिलिटी, ग्रीन हाईड्राजन, वेस्ट-टू-वेल्थ, ग्रीन शिपिंग, साइंस, टेक्नोलॉजी, इन्नोवेशन में सहयोग की अनंत संभावनाएं हैं.यह प्रधान मंत्री मोदी की डेनमार्क की पहली यात्रा है, जहां वह मंगलवार और बुधवार को द्विपक्षीय और बहुपक्षीय वार्ता में भाग लेंगे। मोदी ने जाते समय अपने बयान में कहा था कि मैं कोपेनहेगन जाऊंगा, जहां मैं प्रधान मंत्री फ्रेडरिकसन के साथ द्विपक्षीय बैठक करूंगा। यह डेनमार्क के साथ हमारी अनूठी हरित सामरिक साझेदारी और हमारे द्विपक्षीय संबंधों के अन्य पहलुओं में प्रगति की समीक्षा करने का अवसर प्रदान करेगा।