
शेयर बाजार में लगातार तीसरे हफ्ते गिरावट देखने को मिली है. इस हफ्ते बाजार में रूस यूक्रेन संकट हावी रहा जिसकी वजह से निवेशकों के बाजार में निवेश का कुल मूल्य 10 लाख करोड़ रुपये से भी ज्यादा घट गया है. हफ्ते के दौरान रूस के यूक्रेन पर हमले से दुनिया भर की अर्थव्यवस्थाओं पर दबाव बन गया है वहीं अमेरिका और यूरोपियन देशों के द्वारा रूस पर प्रतिबंध लगाये जाने से आर्थिक रिकवरी पर गंभीर नुकसान की आशंका बन गई है. कच्चे तेल में तेज उछाल की वजह से घरेलू अर्थव्यवस्था दबाव में आ गई है जिसकी वजह से बाजार में बिकवाली देखने को मिली. इसी के बीच इस हफ्ते बाजार 3 प्रतिशत से ज्यादा टूटा है
हफ्ते में 10.5 लाख करोड़ रुपये का नुकसान
हफ्ते के दौरान शेयर बाजारों में 3 प्रतिशत से ज्यादा की गिरावट देखने को मिली है. और सेंसेक्स करीब 2000 अंक की गिरावट के साथ बंद हुआ. यानि इंडेक्स में हफ्ते के दौरान 3.41 प्रतिशत की गिरावट रही है. वहीं दूसरी तरफ निफ्टी में हफ्ते के दौरान 3.57 प्रतिशत की गिरावट रही और इंडेक्स 600 अंक से ज्यादा टूटकर बंद हुआ है. इस दौरान निवेशकों के निवेश का मूल्य 10.5 लाख करोड़ रुपये घट गया है. गिरावट के साथ बीएसई पर लिस्ट सभी कंपनियों का कुल मार्केट कैप 249.97 लाख करोड़ रुपये के स्तर पर आ गया जो कि पिछले हफ्ते के अंत में 260.48 लाख करोड़ रुपये के स्तर पर था.
कैसा रहा हफ्ते में कारोबार
हफ्ते के दौरान बाजार में गिरावट का रुख बना रहा. रूस के हमले की खबर के साथ ही 24 फरवरी को बाजार में रिकॉर्ड गिरावट देखने को मिली और सेंसेक्स 57232 के स्तर से गिरकर 54529 के स्तर पर आ गया. वहीं अगले दिन बाजार में रिकवरी देखने को मिली और सेंसेक्स एक बार फिर 55800 के स्तर से ऊपर पहुंच कर बंद हुआ. इसी दौरान कच्चे तेल की कीमतों में भी रिकॉर्ड बढ़त का रुख देखने को मिला और ब्रेंट 105 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंचा. बाजार पहले से ही कमजोर बना हुआ था जिसकी वजह से निवेशकों की तरफ से बिकवाली देखने को मिल रही थी. फरवरी में अब तक एफआईआई ने इक्विटी में 41 हजार करोड़ रुपये और घरेलू निवेशकों ने करीब 38 हजार करोड़ रुपये बिकवाली की है.