आमतौर पर पूरी दुनिया में अविकसित और गरीब देशों के बच्चों को ही यह बीमारी होती है, लेकिन कुछ अपवाद मामलों में अमेरिका, ब्रिटेन, यूरोप के देशों में विकसित देशों में भी बच्चे प्रोटीन-एनर्जी मालन्यूट्रीशन के शिकार होते हैं.

पूरी दुनिया में बच्चों को सबसे ज्यादा प्रभावित करने वाली बीमारियों में से एक है प्रोटीन-एनर्जी मालन्यूट्रीशन यानि कुपोषण. इसे पीईयू भी कहा जाता है यानि प्रोटीन-एनर्जी अंडरन्यूट्रीशन. यह एक तरह का कुपोषण है, जो मुख्यत: भोजन में डाइटरी प्रोटीन के अभाव में होता है. कई बार इसके लक्षण और संकेत सामान्य और कुछ स्थितियों में बहुत गंभीर भी हो सकते हैं.
आमतौर पर पूरी दुनिया में अविकसित और गरीब देशों के बच्चों को ही यह बीमारी होती है, लेकिन कुछ अपवाद मामलों में अमेरिका, ब्रिटेन, यूरोप के देशों में विकसित देशों में भी बच्चे प्रोटीन-एनर्जी मालन्यूट्रीशन के शिकार होते हैं. उन बच्चों में कुपोषण की वजह डाइटरी प्रोटीन की कमी न होकर स्वास्थ्य संबंधी दूसरी समस्याएं होती हैं, जिसकी वजह से उनका शरीर को प्रोटीन को बनाने और अवशोषित करने की क्षमता खो देता है.
प्रोटीन-एनर्जी मालन्यूट्रीशन मुख्यत: तीन प्रकार का होता है-
क्वाशिओरकोर – प्रोटीन-एनर्जी मालन्यूट्रीशन की वह अवस्था, जिसमें बीमारी की वजह मुख्य रूप से शरीर में प्रोटीन की कमी होती है.
मैरास्मस – बीमारी की वह अवस्था, जिसमें कमी का कारण प्रोटीन कैलरी इंटेक होता है.
मैरास्मिक क्वाशिओरकोर – यह प्रोटीन-एनर्जी मालन्यूट्रीशन का सबसे गंभीर रूप है, जिसमें पीडि़त व्यक्ति के शरीर में प्रोटीन की गंभीर कमी के साथ-साथ प्रोटीन कैलरी इंटेक भी कम होता है और इसके लक्षण सबसे गंभीर होते हैं.
प्रोटीन-एनर्जी मालन्यूट्रीशन की वजह से बहुत सी गंभीर बीमारियां हो सकती हैं. हालांकि बच्चे और वयस्क दोनों ही इससे प्रभावित हो सकते हैं, लेकिन यह बच्चों को ज्यादा प्रभावित करती है क्योंकि इतने गंभीर रूप से शरीर में प्रोटीन की कमी की शुरुआत जन्म से पहले मां के गर्भ से ही शुरू हो जाती है.
प्रोटीन-एनर्जी मालन्यूट्रीशन के कुछ लक्षण इस प्रकार हैं –
1. बच्चे का मानसिक विकास अवरुद्ध होना. 2. बच्चे के सीखने की क्षमता में कमी 3. बच्चे का चुप, शांत और निष्क्रिय रहना. ज्यादा गतिविधियां नहीं करना. 4. मस्तिष्क का सिकुड़ना 5. उदासीनता 6. बार-बार दस्त होना 7. फैटी लीवर 8. पेट का फूलना 9. त्वचा में सूजन 10. होंठों में सूजन
हर साल पूरी दुनिया में तकरीबन 25 लाख बच्चों की प्रोटीन-एनर्जी मालन्यूट्रीशन की वजह से मौत होती है. गरीब देशों में नवजात शिशुओं और छोटे बच्चों में यह समस्या ज्यादा देखने को मिलती है, लेकिन विकसित देशों में प्रोटीन-एनर्जी मालन्यूट्रीशन की वजह पोषण का अभाव नहीं है. इसकी वजह कोई और बीमारी या हेल्थ कंडीशन होती है. ऐसे देशों में बुजुर्गों और उम्रदराज लोग भी प्रोटीन-एनर्जी मालन्यूट्रीशन के शिकार होते हैं.