संकटमोद (भगवान हनुमान) की साधना, परेशानियों और डर को दूर भगाने के लिए की जाती है,बजरंगबली की पूजा करने के लिए हमें इन नियमों का पालन करना चाहिए!

हिंदू धर्म में बजरंग बली एक ऐसे देवता हैं, जिनका नाम श्रद्धा और विश्वास के साथ पुकारते ही वह अपने भी भक्तों को बचाने के लिए दौड़े चले आते हैं. बल, बुद्धि और विद्या के दाता श्री हनुमान जी की साधना अत्यंत ही कल्याणकारी मानी गई है, लेकिन हनुमत कृपा पाने के लिए साधक को उनकी उपासना में सही नियमों का पालन करते हुए कुछ विशेष सावधानियां बरतनी चाहिए. आइए बजरंगी की पूजा से जुड़ी सभी आशंकाओं को दूर करने और हनुमत पूजा से जुड़े आवश्यक नियमों को विस्तार से जानते हैं.
- वास्तु शास्त्र के मुताबिक हनुमान जी के चित्र को हमेशा सही दिशा में लगाना चाहिए और घर में कभी भी हनुमान जी की उस फोटो को न लगाएं, जिसमें उन्होंने अपनी छाती चीर रखी हो या फिर लंका दहन कर रहे हों. घर के भीतर ऐसी फोटो लगाना शुभ नहीं माना जाता है. घर में हमेशा हनुमान जी की आशीर्वाद मुद्रा वाली फोटो की साधना करनी चाहिए.
- बजरंगी की साधना करते समय हनुमत भक्त को कभी भी प्रसाद में चरणामृत नहीं चढ़ाना चाहिए. हनुमान जी को कभी भी चरणामृत नहीं चढ़ाया जाता है.
- हनुमान जी की पूजा में पवित्रता का हमेशा ख्याल रखना चाहिए और हमेशा स्वच्छ और धुले कपड़े पहनकर ही पूजा करना चाहिए. कभी भूलकर भी अपवित्र कपड़े को पहनकर हनुमान जी की पूजा नहीं करनी चाहिए.
- यदि आप हनुमान जी की विशेष पूजा कर रहे हैं तो आपको हनुमा साधना के दौरान पूरी तरह से ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए. हनुमत साधना के दौरान भूलकर भी स्त्री संसर्ग नहीं करना चाहिए और न ही अपने मन में कामुक विचार लेकर आना चाहिए.
- श्री हनुमान जी की उपासना सभी लोग कर सकते हैं लेकिन हनुमान जी की पूजा करते समय स्त्रियों को कुछेक बातों का विशेष ख्याल रखना चाहिए. जैसे स्त्रियों को कभी भी हनुमान जी की मूर्ति को स्पर्श नहीं करना चाहिए.
- हनुमत भक्त को बजरंगी की साधना को सफल बनाने के लिए किसी भी प्रकार का नशा नहीं करना चाहिए. इसी प्रकार हनुमत भक्त को मंगलवार के दिन हनुमान जी की पूजा करते समय मांस-मदिरा का सेवन बिल्कुल नहीं करना चाहिए.
- हनुमान जी की साधना के लिए हमेशा उनके चित्र को लगाते समय विशेष ध्यान रखना चाहिए क्योंकि हनुमान जी के विशेष स्वरूप की पूजा का विशेष फल मिलता है. मसलन यदि आपकी कामना शांति की हो तो आपको हनमुत के ध्यान मुद्रा वाली तस्वीर की पूजा करनी चाहिए और यदि आपको रोग या बड़े संकट से मुक्ति की अभिलाषा हो तो आप हनुमान जी को पहाड़ उठाए वाली फोटो की पूजा करनी चाहिए.