मुंबई के धारावी में सोमवार को छात्रों ने ठाकरे सरकार के खिलाफ बड़ा विरोध प्रदर्शन किया. मांग की गई कि 10वीं और 12वीं की परीक्षा ऑनलाइन ही करवाई जाए. इस मामले में पुलिस ने विकास पाठक उर्फ हिंदुस्तानी भाऊ को गिरफ्तार कर लिया है. उन पर छात्रों को उकसाने का आरोप है.

मायानगरी मुंबई के धारावी में सोमवार को छात्रों द्वारा बड़ा विरोध प्रदर्शन किया गया था. मांग थी कि 10वीं और 12वीं की परीक्षा ऑफलाइन ना होकर ऑनलाइन ही रखी जाए. अब तक सरकार ने ये मांग नहीं मानी है, ऐसे में छात्र लगातार विरोध कर रहे हैं. पुलिस का लाठीचार्ज भी हुआ है. अब इस मामले में सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर विकास पाठक उर्फ हिंदुस्तानी भाऊ को गिरफ्तार किया गया है. उन पर छात्रों को प्रदर्शन के लिए उकसाने का आरोप है. कहा जा रहा है कि हिंदुस्तानी भाऊ ने प्रदर्शन से पहले छात्रों को सरकार के खिलाफ भड़काया था, उकसाया था. उन्होंने ही छात्रों से स्कूली शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड़ के मुंबई स्थित घर के बाहर प्रदर्शन करने को कहा था. उसके बाद ही छात्र सड़क पर आए प्रदर्शन शुरू हो गया. ऐसे में पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया है और आगे की जांच की जा रही है. हिंदुस्तानी भाऊ के अलावा और भी कई लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई है. अभी के लिए छात्रों का गुस्सा शांत नहीं हुआ है. वे अभी भी अपनी मांग पर अड़े हुए हैं. सरकार से लगातार अपील हो रही है कि 10वीं और 12वीं की परीक्षा ऑनलाइन ही रखी जाए. मुंबई के अलावा पुणे, नागपुर, औरंगाबाद में भी छात्र अपनी मांगों को लेकर सड़क पर उतरे हैं. कुछ जगहों पर पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा है.
‘हिंदुस्तानी भाऊ’ ने कथित तौर पर छात्रों को भड़काते हुए उनका एक वीडियो इंस्टाग्राम पर अपलोड किया था। प्राथमिकी भारतीय दंड संहिता की कई धाराओं के तहत दर्ज की गई है, जिसमें दंगा, महाराष्ट्र पुलिस अधिनियम, आपदा प्रबंधन अधिनियम और महाराष्ट्र संपत्ति के विरूपण अधिनियम की रोकथाम शामिल है।
धारावी पुलिस ने मामले में एक इकरार खान वखर खान को भी गिरफ्तार किया है।
कई सौ छात्रों ने सोमवार दोपहर अशोक मिल नाका पर अपनी मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन किया. पुलिस ने हल्का लाठीचार्ज कर उन्हें मंत्री के आवास की ओर बढ़ने से रोका।
छात्रों ने व्यक्तिगत रूप से कक्षा 10 और 12 के लिए बोर्ड परीक्षा आयोजित करने के खिलाफ तर्क देते हुए कहा कि उन्होंने कोविड प्रतिबंधों के कारण ऑनलाइन अध्ययन किया था।