एनआईपीईआर का यह रिसर्च पोर्टल एमएसएमई सेक्टर की मदद करेगा.आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए एक मॉडल विकसित करने के लिए एनआईपीईआर उद्योगों से जुड़ सकता है.का यह रिसर्च पोर्टल एमएसएमई सेक्टर की मदद करेगा.आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए एक मॉडल विकसित करने के लिए एनआईपीईआर उद्योगों से जुड़ सकता है.

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मास्युटिकल एजुकेशन एंड रिसर्च के अनुसंधान पोर्टल का वर्चुअल रूप से लॉन्च किया.उन्होंने लॉन्च के बाद संबोधित करते हुए कहा, देश के वैज्ञानिकों की क्षमता, रिसर्चर का विज़न, हमारे इंडस्ट्रियलिस्ट को मिलकर देश की मांग को पूरा करना है और आगे बढ़ना है. रिसर्च से पेटेंट, और पेटेंट से दुनिया आज अपनी अर्थव्यवस्था को चला रही है. वो रिसर्च करते हैं, पेटेंट करते हैं, और पेटेंट को दुनिया को बेचते हैं और पैसा कमाते हैं. यह सामर्थ्य हमारे अंदर भी है.
इससे इंडस्ट्री व एनआईपीईआर के बीच बेहतर समन्वय होगा तथा एनआईपीईआर द्वारा की जा रही रिसर्च के बारे में जानने का अवसर भी मिलेगा रिसर्च कई देशों की अर्थव्यवस्था का आधार है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की सरकार देश में रिसर्च को बढ़ावा देने हेतु प्रतिबद्ध है.’ एनआईपीईआर का यह रिसर्च पोर्टल एमएसएमई सेक्टर की मदद करेगा.आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए एक मॉडल विकसित करने के लिए एनआईपीईआर उद्योगों से जुड़ सकता है. शोध बेहद जरूरी है.
हमने वैक्सीन के लिये रिसर्च किया’
मंडाविया ने आगे कहा, किसी चीज की आवश्यकता होती है तो ये हमें प्रेरित करता है कि उस आवश्यकता को पूरा करें, जैसा कि कोविड काल में हुआ, मोदी जी ने कहा कोविड से लड़ने के लिये पहला शस्त्र वैक्सीन है और हमने वैक्सीन के लिये रिसर्च किया.शास्त्री जी ने जय जवान, जय किसान कहा, वाजपेयी जी ने उसमें जय विज्ञान जोड़ा और मोदी जी ने उसे जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान और जय अनुसंधान किया.
उत्पाद को सस्ता उपलब्ध कराने के लिये रिसर्च’
अर्थव्यवस्था का जिक्र करते हुए मंडाविया ने कहा, रिसर्च हमारी आवश्यकताओं को पूरा करने और देश की अर्थव्यवस्था को बढ़ाने के लिये भी आवश्यक होता है. मेडिसिन या कोई भी सैक्टर हो, उसमें आपस में प्रतियोगिता होती है और उत्पाद को सस्ता उपलब्ध कराने के लिये भी रिसर्च की जाती है. आवश्यकता के साथ आपसी प्रतियोगिता भी रिसर्च की जननी होती है.
देश में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया शुक्रवार को दक्षिणी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के साथ कोविड-19/ओमिक्रॉन स्थिति पर समीक्षा बैठक करेंगे. बैठक दोपहर 2.30 बजे होने वाली है और मंडाविया के सार्वजनिक स्वास्थ्य तैयारियों और राज्यों द्वारा कोविड के ओमिक्रॉन वेरिएंट को लेकर किए जा रहे उपायों पर चर्चा करने की संभावना है.