ऑस्ट्रेलिया में हुई रिसर्च कहती है, यहां के लड़के अपने पिता की लम्बाई से 1 फीसदी तक लम्बे होते हैं. वहीं, लड़कियों की लम्बाई अपनी मां से 3 फीसदी ज्यादा होती है. जानिए, ऐसा क्यों होता है?

बच्चों की लम्बाई पेरेंट्स से ज्यादा होती है, कभी सोचा है कि ऐसा क्यों होता है. यह सवाल वैज्ञानिकों के बीच बहस का विषय रहा है. इस सवाल का जवाब जानने के लिए वैज्ञानिकों ने रिसर्च की. रिसर्च में इस सवाल के जवाब मिले. रिसर्च रिपोर्ट कहती है, इसके कई कारण रहे हैं जो तय करते हैं कि बच्चे की लम्बाई माता-पिता से ज्यादा क्यों होती है? जानिए इसकी वजह
बीबीसी की ऑनलाइन मैग्जीन साइंस फोकस की रिपोर्ट कहती है, पेरेंट्स और बच्चे के बीच लम्बाई का कनेक्शन यूं तो उनके जीन्स से होता है. लेकिन कई ऐसे फैक्टर्स भी हैं जो लम्बाई पर असर डालते हैं. जैसे- पेरेंट्स में पर्याप्त पोषक तत्वों की मौजूदगी या कमी और उनकी बीमारियों का 20 फीसदी तक असर बच्चे की लम्बाई पर पड़ता है.रिपोर्ट के मुताबिक, पेरेंटस के शरीर से जुड़े फैक्टर का असर बच्चों पर पड़ता है, लेकिन देश के बदलने पर यह भी कुछ हद तक बदलता है. इसे एक उदाहरण से समझ सकते हैं. जैसे- ऑस्ट्रेलिया में हुई रिसर्च कहती है, यहां के लड़के अपने पिता की लम्बाई से 1 फीसदी तक लम्बे होते हैं. वहीं, लड़कियों की लम्बाई अपनी मां से 3 फीसदी ज्यादा होती है.वहीं, नीदरलैंड्स में यह आंकड़ा दोगुना होता है. यहां के लड़कों की लम्बाई पिता से करीब 2 फीसदी और लड़कियों की लम्बाई उनकी मां से करीब 6 फीसदी तक ज्यादा होती है. रिसर्च कहती है, हालांकि बच्चों की लम्बाई पेरेंट्स की सेहत और खानपान के आधार पर कम ज्यादा हो सकती है. लड़कियों की लम्बाई लड़कों के मुकाबले तेजी से बढ़ती है, ऐसा क्यों होता है? इस पर हेल्थलाइन की रिपोर्ट कहती है, इसका सीधा कनेक्शन टीनएज में रिलीज होने वाले हॉर्मोन्स से है. इनमें थायरॉयड, ग्रोथ और सेक्स हार्मोन की भूमिका होती है.