इस साल में अभी तक तीन टेस्ट मैच पूरे हो चुके हैं और तीनों ही टेस्ट मैचों में बेहतरीन प्रतिस्पर्धा देखी गई है और उनके परिणाम काफी रोचक तरीके से निकले हैं.

टेस्ट को क्रिकेट का सबसे कड़ा प्रारूप माना जाता है. कहा जाता है कि खिलाड़ी की असली पहचान टेस्ट में होती है. हर खिलाड़ी अपने देश के लिए टेस्ट मैच खेलना चाहता. इस प्रारूप में कभी भी कुछ भी संभव है. साल 2022 की शुरुआत में इसकी झलक भी देखने को मिली है. इस साल को शुरू हुए अभी तक कुल नौ दिन ही हुए लेकिन इतने दिनों में ही तीन टेस्ट मैच खेले गए और तीनों टेस्ट मैच में टेस्ट क्रिकेट का खूबसूरती देखने को मिली है. हम इन्हीं तीन मैचों के बारे में आपको बता रहे हैं.

इस साल की शुरुआत में ही टेस्ट मैच में एक बड़ा उलटफेर देखा गया. बांग्लादेश की टीम इस समय न्यूजीलैंड के दौरे पर है और टेस्ट सीरीज खेल रही है. सीरीज का पहला मैच नए साल पर यानी एक जनवरी पर ही शुरू हुआ था और पांच तारीख तक चला. मैच में बांग्लादेश ने न्यूजीलैंड को आठ विकेट से हरा दिया. ये बांग्लादेश की न्यूजीलैंड में पहली टेस्ट जीत थी. न्यूजीलैंड ने पहली पारी में 328 रन बनाए थे. बांग्लादेश ने अपनी पहली पारी में 458 रनों का स्कोर खड़ा किया था. इसके बाद बांग्लादेश के गेंदबाजों ने कमाल दिखाया था, खासकर इबादत हुसैन ने और न्यूजीलैंड को दूसरी पारी में 160 रनों पर ढेर कर दिया था. बांग्लादेश को 40 रनों का लक्ष्य मिला था जो उसने हासिल कर लिया था.

साल का दूसरा टेस्ट मैच तीन जनवरी से जोहानिसबर्ग में भारत और साउथ अफ्रीका के बीच खेला गया. इस मैच में साउथ अफ्रीका ने सात विकेट से जीत हासिल की. जीतना खास नहीं था लेकिन साउथ अफ्रीका ने जिस अंदाज से भारत जैसी मजबूत टीम को मात दी उसने सभी को प्रभावित किया. भारत ने साउथ अफ्रीका को 240 रनों का लक्ष्य दिया था और लग रहा था कि टीम आसानी से ढेर हो जाएगी लेकिन कप्तान डीन एल्गर के नेतृत्व में टीम ने लड़ते हुए जीत हासिल की. इस दौरान एल्गर ने कई बार अपने शरीर पर गेंदें खाईं लेकिन नाबाद 96 रनों की पारी खेल टीम को जीत दिलाई.

एशेज सीरीज में इंग्लैंड की हालत बुरी है. वह शुरुआती तीन मैच हार कर सीरीज गंवा चुकी. एशेज सीरीज के चौथे टेस्ट मैच की शुरुआत पांच जनवरी से हुई थी जिसका आज आखिरी दिन था. ऑस्ट्रेलिया इस मैच में जीत हासिल करती दिख रही थी लेकिन इंग्लैंड ने लड़ाई लड़ी और ये मैच ड्ऱॉ कर दिया. ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड के नौ विकेट गिरा दिए थे. लेकिन जेम्स एंडरसन और स्टुअर्ट ब्रॉड ने ऑस्ट्रेलिया को आखिरी विकेट नहीं लेने दिया और मैच ड्रॉ कर दिया.