रोहित शर्मा ने अपना पहला अंतरराष्ट्रीय मैच 23 जून 2007 को खेला था। आयरलैंड के खिलाफ मैच में रोहित शर्मा को बल्लेबाजी करने का मौका नहीं मिला।

23 जून 2007… रोहित शर्मा के जीवन में इस तारीख का बहुत महत्व है। यह तारीख इसलिए खास है क्योंकि इस दिन रोहित शर्मा का सपना पूरा हुआ था। दरअसल इसी दिन रोहित शर्मा ने टीम इंडिया के लिए पहला मैच खेला था. रोहित शर्मा आयरलैंड के खिलाफ बेलफास्ट में पहली बार टीम इंडिया की जर्सी में उतरे, हालांकि उन्हें इस मैच में बल्लेबाजी करने का मौका नहीं मिला। रोहित शर्मा ने आज अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 15 साल पूरे कर लिए हैं और इस मौके पर इस दिग्गज खिलाड़ी ने सोशल मीडिया पर एक इमोशनल मैसेज पोस्ट किया है. रोहित शर्मा ने इस खास दिन पर अपने प्रशंसकों और प्रशंसकों का शुक्रिया अदा किया। साथ ही उन्होंने मदद करने वाले हर शख्स का शुक्रिया अदा किया, जिसकी वजह से वह आज इतने बड़े क्रिकेटर बन गए हैं.
रोहित शर्मा ने सोशल मीडिया पर लिखा, ‘मेरी पसंदीदा जर्सी में 15 साल। आज मैंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपने 15 साल पूरे कर लिए हैं। इसी दिन मैंने भारत के लिए डेब्यू किया था। कितनी शानदार यात्रा है जिसे मैं अपने जीवन में हमेशा संजो कर रखूंगा। मैं उन सभी को धन्यवाद देता हूं जो इस यात्रा का हिस्सा रहे हैं। उन लोगों का विशेष धन्यवाद जिन्होंने मुझे एक अच्छा खिलाड़ी बनने में मदद की।
रोहित शर्मा का अंतरराष्ट्रीय करियर
आपको बता दें कि रोहित शर्मा ने अपने 15 साल के अंतरराष्ट्रीय करियर में 230 वनडे, 125 टी20 और 45 टेस्ट मैच खेले हैं। रोहित शर्मा ने वनडे में 29, टेस्ट में 8 और टी20 क्रिकेट में 4 शतक बनाए हैं।
रोहित शर्मा ने तोड़े कई रिकॉर्ड
रोहित शर्मा ने अपने 15 साल के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कई ऐसे रिकॉर्ड बनाए हैं, जिन्हें हासिल करना किसी बल्लेबाज के लिए सपने जैसा है। रोहित शर्मा वनडे क्रिकेट में तीन दोहरे शतक लगा चुके हैं। उनके नाम वनडे क्रिकेट में सबसे बड़ी पारी खेलने का रिकॉर्ड है। साल 2014 में रोहित ने श्रीलंका के खिलाफ 264 रन की पारी खेली थी। इसके अलावा वह टी20 इंटरनेशनल में 4 शतक लगाने वाले इकलौते बल्लेबाज हैं। साल 2019 वर्ल्ड कप में रोहित शर्मा ने पांच शतक लगाए थे. रोहित एक वर्ल्ड कप में पांच शतक लगाने वाले इकलौते बल्लेबाज हैं। 2019 में ही रोहित शर्मा ने बतौर ओपनर अपने पहले टेस्ट में दोनों पारियों में शतक जड़ा था। यह उपलब्धि हासिल करने वाले वह इकलौते क्रिकेटर हैं।