एक महिला ने एयर इंडिया पर गंभीर आरोप लगाए हैं, जब उसकी दादी को व्हीलचेयर देने से इनकार कर दिया गया, जबकि एयरलाइन से पुष्टि प्राप्त थी, जिसके कारण दादी घायल हो गईं।

नई दिल्ली: एयर इंडिया पर गंभीर आरोप लगे हैं जब एक महिला ने दावा किया कि उनकी दादी को एयरलाइन द्वारा प्री-बुक की गई व्हीलचेयर देने से इनकार किया गया, जिसके कारण दिल्ली एयरपोर्ट पर दादी गिर गईं और उन्हें गंभीर चोटें आईं। इस घटना ने एयरलाइन की लापरवाही पर सवाल उठाए हैं और साथ ही विमानों के लिए यात्रा करने वाले बुजुर्ग और दिव्यांग व्यक्तियों के लिए एयरलाइन की जिम्मेदारी पर गंभीर चिंताएं उत्पन्न की हैं।
यह मामला 6 मार्च 2025 का है, जब एक परिवार की बुजुर्ग महिला, जिन्हें शारीरिक रूप से कठिनाई हो रही थी, एयर इंडिया की फ्लाइट से यात्रा कर रही थीं। महिला के पोते-पोतियों ने एयरलाइन से व्हीलचेयर की सुविधा पहले ही बुक कर दी थी, ताकि उनकी दादी को यात्रा में कोई समस्या न हो। हालांकि, एयरपोर्ट पर पहुंचने के बाद उन्हें व्हीलचेयर नहीं दी गई, जिसके कारण बुजुर्ग महिला गिर गईं और उन्हें गंभीर चोटें आईं। फिलहाल, महिला को दिल्ली के एक अस्पताल के आईसीयू में भर्ती किया गया है।
आरोपों का कारण
महिला के परिवार ने आरोप लगाया कि एयर इंडिया के कर्मचारियों ने व्हीलचेयर की आवश्यकता के बावजूद उनकी दादी को व्हीलचेयर उपलब्ध नहीं कराई। परिवार के अनुसार, एयरलाइन से पुष्टि प्राप्त होने के बावजूद व्हीलचेयर नहीं मिली, जिसके कारण महिला को यात्रा के दौरान भारी कठिनाई का सामना करना पड़ा। परिवार ने कहा कि एयरलाइन का यह कृत्य न केवल लापरवाही का परिणाम था, बल्कि यह गंभीर रूप से यात्रियों की सुरक्षा को भी खतरे में डालता है।
घटना के समय महिला को चलने में कठिनाई हो रही थी, और इस कारण एयरलाइन ने व्हीलचेयर की सुविधा सुनिश्चित की थी। महिला के पोते ने दावा किया कि एयरपोर्ट पर उन्हें बताया गया था कि व्हीलचेयर उपलब्ध नहीं है, जबकि एयरलाइन ने पहले ही इस सेवा को कन्फर्म किया था। इसके परिणामस्वरूप महिला का संतुलन बिगड़ा और वह गिर पड़ीं, जिससे उन्हें गंभीर चोटें आईं।
परिवार का बयान
महिला के पोते ने इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “हमने एयर इंडिया से व्हीलचेयर की सुविधा की पुष्टि की थी, लेकिन जब हम एयरपोर्ट पहुंचे, तो कर्मचारियों ने कहा कि व्हीलचेयर उपलब्ध नहीं है। मेरी दादी को बिना व्हीलचेयर के चलने में बहुत कठिनाई हो रही थी। इससे पहले कि हम कुछ कर पाते, वह गिर गईं और गंभीर रूप से घायल हो गईं।”
उन्होंने यह भी बताया कि घटना के बाद परिवार ने एयरलाइन के अधिकारियों से संपर्क किया, लेकिन उन्हें कोई स्पष्ट उत्तर नहीं मिला। परिवार ने यह भी आरोप लगाया कि एयरलाइन ने इस मामले की जांच में गंभीरता नहीं दिखाई और दोषी कर्मचारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की।
एयर इंडिया की प्रतिक्रिया
घटना के बाद एयर इंडिया ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि वे इस मामले की गंभीरता से जांच कर रहे हैं। एयरलाइन ने कहा, “हम इस मामले को लेकर खेद व्यक्त करते हैं और हम पीड़ित महिला और उनके परिवार के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त करते हैं। हम इस घटना की पूरी जांच करेंगे और जो भी जिम्मेदार होगा, उसके खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।”
एयरलाइन ने यह भी कहा कि वे अपने कर्मचारियों को यात्रा के दौरान विशेष रूप से बुजुर्गों और दिव्यांग व्यक्तियों की देखभाल के लिए प्रशिक्षित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हालांकि, परिवार ने एयरलाइन की इस प्रतिक्रिया को नाकाफी बताया और मांग की कि जांच पूरी पारदर्शिता के साथ की जाए।
बुजुर्गों और दिव्यांगों के लिए एयरलाइनों की जिम्मेदारी
यह घटना एयरलाइनों द्वारा बुजुर्गों और दिव्यांग यात्रियों के लिए उपलब्ध सुविधाओं और सुरक्षा के मुद्दे को फिर से उठाती है। अक्सर देखा जाता है कि एयरलाइनों की ओर से इन यात्रियों के लिए पर्याप्त ध्यान नहीं दिया जाता है। व्हीलचेयर जैसी आवश्यक सुविधाओं की कमी और बुरी तरह से काम करने वाली सेवाएं उन लोगों के लिए गंभीर जोखिम पैदा कर सकती हैं जो शारीरिक रूप से कमजोर हैं।
यात्रा के दौरान विशेष जरूरतों वाले यात्रियों के लिए एयरलाइनों का कर्तव्य होता है कि वे उन्हें सुरक्षित और आरामदायक यात्रा का अनुभव प्रदान करें। यदि यह सुनिश्चित नहीं किया जाता, तो न केवल यात्री की सुरक्षा प्रभावित होती है, बल्कि एयरलाइन की छवि भी दांव पर होती है।
निष्कर्ष
इस घटना ने एक बार फिर यह सिद्ध कर दिया है कि एयरलाइनों को अपनी सेवाओं में सुधार की आवश्यकता है, खासकर उन यात्रियों के लिए जिन्हें शारीरिक सहायता की आवश्यकता होती है। एयर इंडिया द्वारा व्हीलचेयर की सुविधा न देने से एक बुजुर्ग महिला की जान को खतरा हुआ और उनका स्वास्थ्य गंभीर रूप से प्रभावित हुआ। यह मामला सिर्फ एक परिवार की चिंता का विषय नहीं है, बल्कि यह सभी यात्रियों के लिए एक चेतावनी है कि एयरलाइनों को उनकी जिम्मेदारी का सही तरीके से पालन करना चाहिए।
बुजुर्गों और दिव्यांग व्यक्तियों के लिए सुरक्षा और आरामदेह यात्रा सुनिश्चित करना न केवल एयरलाइन के लिए, बल्कि समाज के लिए भी महत्वपूर्ण है। एयरलाइनों को अपनी सेवाओं में सुधार करना चाहिए ताकि ऐसी घटनाएं भविष्य में न हों।
अब इस मामले में एयर इंडिया को जवाबदेह ठहराने के साथ-साथ सरकार को भी यह सुनिश्चित करना होगा कि एयरलाइनों द्वारा दिए जाने वाले सभी सुविधाएं सही समय पर और पूरी तरह से यात्रियों तक पहुंचें, खासकर उन यात्रियों के लिए जिन्हें शारीरिक सहायता की आवश्यकता है।