दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने गुरु तेग बहादुर अस्पताल का दौरा किया। अस्पताल के गोदाम में कोरोना काल के समय से पड़े कई सामान बुरे हालत में मिलें।

दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने गुरुवार को GTB (गुरुनानक देव) अस्पताल का दौरा किया, जहां उन्होंने अस्पताल की स्थिति और AAP सरकार के स्वास्थ्य मॉडल की आलोचना की। रेखा गुप्ता ने कहा कि दिल्ली सरकार का स्वास्थ्य मॉडल पूरी तरह से विफल हो चुका है और इसने जनता को निराश किया है। उन्होंने अस्पताल की खराब व्यवस्थाओं को लेकर तीखा हमला किया और स्वास्थ्य सेवाओं के सुधार के लिए जल्द कार्रवाई करने की आवश्यकता जताई।
GTB अस्पताल का दौरा और रेखा गुप्ता की प्रतिक्रिया
रेखा गुप्ता ने GTB अस्पताल का निरीक्षण करते हुए कई महत्वपूर्ण मुद्दों को उठाया। अस्पताल में मरीजों की स्थिति, इलाज के इंतजार में लंबी कतारें, और बुनियादी सुविधाओं की कमी ने उन्हें गहरी चिंता में डाल दिया। उन्होंने कहा, “दिल्ली सरकार ने स्वास्थ्य व्यवस्था को सुधारने का वादा किया था, लेकिन आज स्थिति यह है कि लोग बुनियादी सुविधाओं के लिए भी तरस रहे हैं। अस्पताल में एक भी विशेषज्ञ डॉक्टर नहीं हैं और मरीजों को सही इलाज नहीं मिल पा रहा है।”
इस दौरान उन्होंने अस्पताल के प्रबंधन की आलोचना करते हुए कहा, “यह अस्पताल न तो मरीजों की सही देखभाल कर पा रहा है और न ही स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए कोई कदम उठाए जा रहे हैं।” रेखा गुप्ता ने स्वास्थ्य सेवाओं के सुधार के लिए दिल्ली सरकार की नीतियों पर सवाल उठाए और दावा किया कि AAP सरकार ने दिल्ली के लोगों से जो वादे किए थे, वे सिर्फ चुनावी स्टंट साबित हुए हैं।
AAP सरकार पर आरोप
रेखा गुप्ता ने कहा कि दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार ने स्वास्थ्य सेवा को लेकर जो बड़े दावे किए थे, वे सिर्फ प्रचार का हिस्सा बनकर रह गए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि AAP सरकार ने स्वास्थ्य क्षेत्र में किसी भी तरह के वास्तविक सुधार के बजाय केवल दिखावे की कोशिश की है। रेखा गुप्ता ने यह भी कहा कि दिल्ली सरकार की नीतियों ने अस्पतालों में बुनियादी सुविधाओं की कमी को और बढ़ा दिया है।
उन्होंने यह भी कहा, “दिल्ली सरकार का ध्यान केवल विज्ञापन और प्रचार पर रहा है, जबकि वास्तविक स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने की दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए।” रेखा गुप्ता ने यह भी बताया कि अस्पतालों में डॉक्टरों की कमी, चिकित्सा उपकरणों की खराब स्थिति और मरीजों के लिए पर्याप्त बिस्तरों की कमी जैसी समस्याओं ने स्वास्थ्य व्यवस्था को पूरी तरह से संकट में डाल दिया है।
प्रशासन की लापरवाही और जनता की समस्याएं
रेखा गुप्ता ने अस्पताल के निरीक्षण के दौरान मरीजों से बातचीत की और उनकी समस्याओं को सुना। मरीजों ने बताया कि उन्हें इलाज में लगातार देरी हो रही है और बुनियादी सुविधाओं का भी अभाव है। अस्पताल में साफ-सफाई की स्थिति भी बेहद खराब थी। कई मरीजों ने बताया कि उन्हें लंबे समय तक इलाज के लिए इंतजार करना पड़ता है और कई बार जरूरी दवाइयां भी उपलब्ध नहीं होतीं। रेखा गुप्ता ने इन समस्याओं को लेकर अस्पताल प्रशासन की लापरवाही पर सवाल उठाए।
रेखा गुप्ता ने यह भी कहा कि सरकार की तरफ से जिन योजनाओं का दावा किया गया था, उनका वास्तविकता से कोई मेल नहीं है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में नए डॉक्टरों की नियुक्ति और चिकित्सा सुविधाओं में सुधार के लिए सरकार ने बड़े-बड़े दावे किए थे, लेकिन ग्राउंड रिपोर्ट पूरी तरह से अलग है।
सांसदों की प्रतिक्रियाएं
रेखा गुप्ता की इस आलोचना के बाद कई अन्य नेताओं ने भी अपनी प्रतिक्रियाएं दी हैं। दिल्ली विधानसभा में विपक्षी पार्टी के नेता ने कहा कि रेखा गुप्ता का बयान दिल्ली की जनता की आवाज़ है, और यह समय है कि दिल्ली सरकार अपने स्वास्थ्य मॉडल पर पुनर्विचार करे। उन्होंने कहा, “यदि AAP सरकार ने समय रहते कदम नहीं उठाए, तो दिल्ली के अस्पतालों की स्थिति और भी बदतर हो सकती है।”
वहीं, AAP सरकार ने रेखा गुप्ता के आरोपों का जवाब दिया और कहा कि अस्पतालों में सुधार के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। AAP के प्रवक्ता ने कहा, “हमारा उद्देश्य हमेशा दिल्लीवासियों को उच्च गुणवत्ता की स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना है। अस्पतालों में आवश्यक संसाधन और डॉक्टरों की नियुक्ति के लिए हम काम कर रहे हैं।”
स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की आवश्यकता
रेखा गुप्ता ने यह भी कहा कि दिल्ली के अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाओं के सुधार के लिए जल्द से जल्द एक ठोस नीति की आवश्यकता है। उन्होंने सुझाव दिया कि अस्पतालों में डॉक्टरों की संख्या बढ़ाई जाए, चिकित्सा उपकरणों को अद्यतन किया जाए और मरीजों के लिए बेहतर बुनियादी सुविधाएं प्रदान की जाएं।
उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली सरकार को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों को भी मजबूती प्रदान करनी चाहिए, ताकि लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं उनके घरों के पास ही मिल सकें। रेखा गुप्ता का मानना है कि केवल बड़े अस्पतालों में सुधार से काम नहीं चलेगा, बल्कि छोटे स्वास्थ्य केंद्रों में भी सुधार करना होगा, ताकि लोगों को जल्दी और सस्ती स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें।
निष्कर्ष
दिल्ली के मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता का GTB अस्पताल का दौरा और उनके द्वारा उठाए गए सवाल दिल्ली की स्वास्थ्य व्यवस्था के गंभीर संकट को उजागर करते हैं। यह समय है कि दिल्ली सरकार अपने स्वास्थ्य मॉडल पर पुनर्विचार करे और इस क्षेत्र में वास्तविक सुधार के लिए ठोस कदम उठाए। रेखा गुप्ता की आलोचना से यह स्पष्ट होता है कि स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के बिना दिल्ली में चिकित्सा प्रणाली की हालत और खराब हो सकती है।