रेखा गुप्ता ने राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति मुर्मू से और उपराष्ट्रपति एन्क्लेव में उपराष्ट्रपति धनखड़ से राष्ट्रीय राजधानी में मुलाकात की।’

दिल्ली की नव निर्वाचित मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने अपने पदभार संभालने के अगले दिन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ से मुलाकात की। यह मुलाकात राष्ट्रपति भवन और उपराष्ट्रपति एन्क्लेव में हुई, और राजनीतिक हलकों में इसे एक महत्वपूर्ण संकेत के रूप में देखा जा रहा है। रेखा गुप्ता की यह मुलाकात इस लिहाज से भी महत्वपूर्ण है क्योंकि वह दिल्ली की भाजपा से जुड़ी दूसरी महिला मुख्यमंत्री हैं और उनकी सरकार ने कई महत्वपूर्ण योजनाओं की घोषणा की है।
राष्ट्रपति मुर्मू से मुलाकात
रेखा गुप्ता ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से राष्ट्रपति भवन में मुलाकात की, जहां दोनों नेताओं के बीच राज्य और केंद्र सरकार के बीच सहयोग बढ़ाने को लेकर विस्तृत चर्चा हुई। रेखा गुप्ता ने राष्ट्रपति मुर्मू से दिल्ली के विकास के मुद्दों पर बातचीत की और यह सुनिश्चित किया कि उनकी सरकार दिल्लीवासियों के लिए प्रगति और समृद्धि के नए रास्ते खोलेगी।
पदभार संभालने के बाद अपनी पहली बैठक में रेखा गुप्ता ने राष्ट्रपति को अपनी प्राथमिकताओं और योजनाओं से अवगत कराया, विशेष रूप से दिल्ली में बुनियादी ढांचे, शिक्षा, स्वास्थ्य, और महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में सुधार लाने पर जोर दिया। राष्ट्रपति मुर्मू ने उन्हें अपनी शुभकामनाएं दी और राज्य की विकास योजनाओं को सफल बनाने के लिए हर संभव समर्थन देने का आश्वासन दिया।
उपराष्ट्रपति धनखड़ से मुलाकात
इसके बाद, रेखा गुप्ता ने उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ से भी मुलाकात की, जो उपराष्ट्रपति एन्क्लेव में हुई। इस मुलाकात में दोनों नेताओं ने देश और राज्य के समग्र विकास पर चर्चा की। रेखा गुप्ता ने उपराष्ट्रपति को दिल्ली के विकास कार्यों की योजना के बारे में बताया और यह सुनिश्चित किया कि उनकी सरकार दिल्ली की जनता के हितों में काम करेगी।
इस मुलाकात में उपराष्ट्रपति धनखड़ ने रेखा गुप्ता को शुभकामनाएं दीं और उनके नेतृत्व में दिल्ली के विकास के लिए आशा व्यक्त की। उपराष्ट्रपति ने यह भी कहा कि दिल्ली देश की राजधानी है और यहां की प्रगति देश की प्रगति के समान है, इसलिए राज्य सरकार को केंद्र के साथ मिलकर काम करने की आवश्यकता है।
राजनीतिक दृष्टिकोण
रेखा गुप्ता की इन मुलाकातों को राजनीतिक दृष्टिकोण से देखा जाए तो यह संकेत देता है कि वह दिल्ली में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार को मजबूत बनाने के लिए केंद्र सरकार से सहयोग प्राप्त करने की दिशा में काम करेंगी। दिल्ली की मुख्यमंत्री के रूप में रेखा गुप्ता का यह पहला कदम था, और उन्होंने यह दिखा दिया कि वह न केवल अपने राज्य की राजनीतिक स्थिति को मजबूत करना चाहती हैं, बल्कि केंद्र सरकार से तालमेल भी बिठाने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगी।
इन मुलाकातों से यह भी स्पष्ट होता है कि रेखा गुप्ता अपनी सरकार के द्वारा उठाए गए कदमों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य केंद्रीय मंत्रियों के समक्ष लाने के लिए तत्पर रहेंगी। साथ ही, इस मुलाकात में राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति से मिलने का राजनीतिक महत्व यह भी है कि रेखा गुप्ता के नेतृत्व में दिल्ली में भाजपा का दबदबा और राजनीतिक ताकत को बढ़ाने के प्रयास जारी हैं।
दिल्ली के विकास के लिए योजनाएं
रेखा गुप्ता के मुख्यमंत्री बनने के बाद, दिल्ली में कई महत्वपूर्ण योजनाओं का एलान किया गया है। इनमें महिलाओं की सुरक्षा, शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में सुधार, और दिल्लीवासियों के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा करने पर ध्यान केंद्रित किया गया है। इसके अलावा, दिल्ली के बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए कई परियोजनाओं को प्राथमिकता दी जाएगी, जिसमें सड़क निर्माण, जल आपूर्ति, और स्वच्छता पर विशेष जोर दिया गया है।
रेखा गुप्ता ने अपने उद्घाटन भाषण में यह भी कहा था कि उनकी सरकार हर वर्ग के लिए काम करेगी, और दिल्ली को एक आदर्श राज्य बनाने के लिए हर संभव प्रयास करेगी। उनके नेतृत्व में दिल्ली सरकार केंद्र सरकार के साथ मिलकर काम करने के लिए प्रतिबद्ध है, ताकि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में समग्र विकास हो सके।
निष्कर्ष
रेखा गुप्ता की राष्ट्रपति मुर्मू और उपराष्ट्रपति धनखड़ से मुलाकात ने यह स्पष्ट कर दिया है कि उनकी सरकार केंद्र सरकार से सहयोग प्राप्त करने के लिए तत्पर है। इसके अलावा, उनके नेतृत्व में दिल्ली की राजनीति में नई दिशा और ऊर्जा आने की संभावना है। इस मुलाकात से यह भी संकेत मिलता है कि रेखा गुप्ता दिल्ली में भाजपा के सशक्त नेतृत्व के रूप में उभरने की पूरी कोशिश करेंगी, और उनकी सरकार की प्राथमिकताएं दिल्लीवासियों के कल्याण पर केंद्रित होंगी।