संगम का पानी स्नान के लिए उपयुक्त: CM योगी ने ‘पखाना बैक्टीरिया’ रिपोर्ट के बाद महा कुम्भ को बदनाम करने के लिए प्रचार का आरोप लगाया।

प्रयागराज: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संगम के पानी को स्नान के लिए पूरी तरह से सुरक्षित बताया है। उन्होंने हाल ही में आई उस रिपोर्ट को खारिज कर दिया है, जिसमें संगम के पानी में ‘पखाना बैक्टीरिया’ की उपस्थिति का दावा किया गया था। योगी आदित्यनाथ ने इस रिपोर्ट को महा कुम्भ मेला को बदनाम करने की एक साजिश करार दिया है और आरोप लगाया कि कुछ लोग जानबूझकर प्रयागराज के ऐतिहासिक आयोजन को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं।
संगम का पानी सुरक्षित: योगी आदित्यनाथ
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, “संगम का पानी हमेशा से पवित्र और स्नान के लिए उपयुक्त रहा है। इस पानी में किसी भी तरह की कोई गंदगी या बैक्टीरिया नहीं है। यह रिपोर्ट पूरी तरह से गलत है और इसका उद्देश्य महा कुम्भ के आयोजन को अपमानित करना है।” उन्होंने यह भी कहा कि यह केवल एक प्रचार अभियान है, जो महा कुम्भ मेला और उसके आयोजनों को नकारात्मक रूप से पेश करने के लिए फैलाया गया है।
रिपोर्ट पर उठे सवाल
यह रिपोर्ट कुछ दिनों पहले मीडिया में सामने आई थी, जिसमें दावा किया गया था कि संगम के पानी में ‘फेकल बैक्टीरिया’ पाए गए हैं, जो स्नान के लिए खतरे की बात हो सकती है। रिपोर्ट के बाद सोशल मीडिया और अन्य प्लेटफार्मों पर इसे लेकर काफी चर्चाएं होने लगीं, जिससे महा कुम्भ मेला और उसकी धार्मिक महत्ता पर सवाल उठने लगे।
कुम्भ मेला के महत्व पर जोर
योगी आदित्यनाथ ने कुम्भ मेला की धार्मिक और सांस्कृतिक महत्ता पर जोर देते हुए कहा कि यह मेला न केवल भारत, बल्कि दुनिया भर के लाखों श्रद्धालुओं के लिए एक पवित्र अवसर है। उन्होंने यह भी कहा कि कुम्भ मेला का आयोजन पूरी तरह से विज्ञान और पर्यावरण के नियमों के अनुसार किया जाता है और यह सुनिश्चित किया जाता है कि संगम के पानी में कोई भी हानि नहीं हो।
महाकुंभ के आयोजन पर तैयारियों का किया जिक्र
मुख्यमंत्री ने कुम्भ मेला की सफल आयोजन के लिए की गई तैयारियों का भी जिक्र किया और बताया कि सरकार ने सभी आवश्यक इंतजाम किए हैं। उन्होंने बताया कि मेला क्षेत्र में स्वच्छता, सुरक्षा और यातायात व्यवस्था के लिए विशेष कदम उठाए गए हैं ताकि श्रद्धालुओं को कोई परेशानी न हो।
राजनीतिक आरोप
योगी आदित्यनाथ ने इस रिपोर्ट को राजनीतिक उद्देश्य से फैलाए जाने की बात भी कही। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ लोग जानबूझकर धार्मिक आयोजनों को बदनाम करने की साजिश कर रहे हैं। उनका कहना था कि यह सब उस प्रयास का हिस्सा है, जो कुम्भ जैसे महान आयोजन को बदनाम करने के लिए किया जा रहा है।
निष्कर्ष
योगी आदित्यनाथ का कहना था कि संगम का पानी पूरी तरह से सुरक्षित है और कुम्भ मेला एक ऐतिहासिक और धार्मिक आयोजन है, जिसे किसी भी तरह से गलत नहीं ठहराया जा सकता। उन्होंने कहा कि इस तरह की रिपोर्ट केवल भ्रम फैलाने और महा कुम्भ के महत्व को कमजोर करने के लिए फैलाई जाती है। अब देखना यह होगा कि इस मुद्दे पर और क्या प्रतिक्रिया सामने आती है और कुम्भ मेला के आयोजन की सफलताएँ किस दिशा में आगे बढ़ती हैं।