यह घटना सोमवार रात देर से होने की रिपोर्ट है। बुधवार को अधिकारियों ने बताया कि मौके पर तीन दमकल गाड़ियां भेजी गईं और आग पर काबू पा लिया गया।

दिल्ली: राजधानी दिल्ली के नांगलोई इलाके में सोमवार रात एक भयंकर आग ने न केवल इलाके को हिला दिया, बल्कि छह लोगों की जान भी खतरे में डाल दी। रिपोर्ट्स के अनुसार, आग के कारण लोग इतनी घबराहट में थे कि अपनी जान बचाने के लिए उन्होंने ऊंची इमारत से कूदने का गंभीर कदम उठाया। घटना के बाद सभी छह घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है।
आग का भयंकर मंजर
यह घटना सोमवार रात लगभग 11 बजे की है, जब नांगलोई के एक वाणिज्यिक परिसर में आग लगी। आग इतनी भीषण थी कि इमारत की ऊपरी मंजिलों तक फैल गई। मंझले और ऊपरी फ्लोर पर फंसे लोग अपने जीवन की सुरक्षा के लिए घबराए हुए थे और भागने का कोई रास्ता नहीं देख पा रहे थे। जल्द ही यह स्पष्ट हो गया कि आग से बचने के लिए कूदना ही एकमात्र उपाय था।
स्थानीय निवासियों के अनुसार, इमारत की ऊपरी मंजिलों से कूदने वाले छह लोग गंभीर रूप से घायल हो गए और सभी को पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया। इन घायलों में से एक की हालत ज्यादा गंभीर बताई जा रही है, जबकि अन्य का इलाज चल रहा है।
दमकल की तेजी से कार्रवाई
घटना की सूचना मिलते ही दिल्ली फायर सर्विस ने तुरंत तीन दमकल गाड़ियां घटनास्थल पर भेजीं। दमकल कर्मचारियों की सूझबूझ और त्वरित कार्रवाई के कारण आग पर काबू पा लिया गया, और इमारत में फंसे अन्य लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया। फायरब्रिगेड की टीम ने लगभग एक घंटे की मशक्कत के बाद आग पर पूरी तरह से काबू पाया।
आग लगने के बाद इलाके में अफरातफरी का माहौल था। आसपास के लोग इमारत से धुएं का गुबार उठता देख घबरा गए थे। दमकल विभाग के अधिकारियों ने बताया कि आग पर काबू पाने में समय जरूर लगा, लेकिन किसी अन्य गंभीर दुर्घटना को टालने में वे सफल रहे।
जांच की जा रही है आग लगने की वजह
आग के कारणों का अभी तक पता नहीं चल पाया है, लेकिन पुलिस और फायर विभाग ने मामले की जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक रिपोर्ट्स के अनुसार, आग शॉर्ट सर्किट की वजह से लगी हो सकती है, लेकिन इसकी पुष्टि जांच के बाद ही की जाएगी। अधिकारियों का कहना है कि यह मामला गंभीर है, और आग लगने के कारणों का पता लगाने के लिए पूरी तफ्तीश की जाएगी।
मासूमों की जान भी खतरे में
घटना ने यह भी सवाल उठाया है कि क्या इमारत में सुरक्षा के उचित उपाय थे। क्या वहां फायर सेफ्टी उपकरणों का सही तरीके से इस्तेमाल किया गया था? क्या इमारत में आग बुझाने के पर्याप्त उपाय थे, जो हादसे को टाल सकते थे? स्थानीय लोगों और इलाके के व्यवसायियों का कहना है कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए इमारतों में फायर सेफ्टी के मानकों का पालन अनिवार्य होना चाहिए।
स्थानीय प्रशासन को इस घटना ने एक बड़ा संदेश दिया है कि वाणिज्यिक इमारतों में फायर सेफ्टी के उपायों को और अधिक सख्त किया जाए। साथ ही, नागरिकों को भी आग से बचने के उपायों के बारे में जागरूक किया जाए।
अस्पताल में भर्ती हुए लोग
सभी घायल व्यक्तियों को नांगलोई के एक सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया। अस्पताल के डॉक्टरों ने बताया कि घायलों में से एक व्यक्ति की स्थिति नाजुक है और उसे आईसीयू में भर्ती किया गया है। अन्य पांच लोगों की स्थिति स्थिर बताई जा रही है, लेकिन उन्हें गंभीर चोटें आई हैं। अस्पताल प्रशासन ने कहा कि सभी घायलों को तत्काल उपचार दिया गया और उनकी हालत में सुधार हो रहा है।
समाज से अपील
इस घटना ने समाज में आग से बचने के उपायों और सुरक्षा मानकों के पालन की आवश्यकता को उजागर किया है। फायर सेफ्टी उपकरणों का सही इस्तेमाल और सावधानियां बरतने से ऐसी दुर्घटनाओं को रोका जा सकता है। प्रशासन से अपील की गई है कि वह सभी इमारतों में सुरक्षा मानकों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करे और अग्निशमन सुविधाओं को बेहतर बनाए।
नतीजा
यह हादसा दिल्ली के नांगलोई इलाके में हुई एक भयानक घटना को उजागर करता है, जहां लोगों को अपनी जान बचाने के लिए खतरनाक कदम उठाने पड़े। प्रशासन को इस मामले की गंभीरता को समझते हुए जल्द ही सभी सुरक्षा उपायों पर पुनर्विचार करना होगा, ताकि भविष्य में ऐसी घटना की पुनरावृत्ति न हो।
इस घटना ने यह भी साफ किया है कि आग जैसी आपदाओं से निपटने के लिए नागरिकों को जागरूक करने की सख्त जरूरत है।