दिल्ली चुनावों से पहले, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने अरविंद केजरीवाल पर हमला बोलते हुए आम आदमी पार्टी को प्रदूषण, खराब शासन और भ्रष्टाचार का दोषी ठहराया। उन्होंने दिल्ली की स्थिति सुधारने के लिए भाजपा द्वारा संचालित “डबल इंजन सरकार” का समर्थन किया।

दिल्ली विधानसभा चुनावों के मुकाबले तेज़ी से गरमाते राजनीतिक माहौल में, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनकी पार्टी आम आदमी पार्टी (AAP) पर जबरदस्त हमला बोला है। नायडू ने केजरीवाल सरकार को भ्रष्टाचार, खराब शासन और प्रदूषण के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए भाजपा की ‘डबल इंजन सरकार’ का समर्थन किया, जिसे वह दिल्ली की विकास की कुंजी मानते हैं। इस बयान ने दिल्ली चुनावी राजनीति में हलचल मचा दी है और अब तक कई राजनीतिक हलकों में बहस का मुद्दा बन चुका है।
नायडू का आरोप था कि दिल्ली में AAP की सरकार के पास राज्य और केंद्र दोनों स्तरों पर ताकत का अभाव है, जिसके कारण दिल्ली में विकास की गति धीमी पड़ी हुई है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार के पास केंद्र से पर्याप्त समर्थन नहीं होने के कारण राजधानी में न तो विकास हो पा रहा है और न ही जनता की समस्याओं का समाधान हो रहा है। उन्होंने इसे ‘आधा इंजन सरकार’ की उपमा दी और कहा कि जब तक केंद्र और राज्य दोनों स्तरों पर एक ही पार्टी की सरकार नहीं होती, तब तक कोई भी राज्य या शहर सही तरीके से विकास नहीं कर सकता।
‘आधा इंजन’ और ‘नाली’ का बयान
चंद्रबाबू नायडू ने अपनी टिप्पणी में कहा, “केजरीवाल सरकार में न तो केंद्र से सहयोग है और न ही राज्य में कोई स्पष्ट दिशा है। यह सरकार आधे इंजन पर चल रही है, जो ठीक से काम नहीं कर सकती।” इसके साथ ही नायडू ने दिल्ली की सरकार को ‘नाली’ की उपमा दी, जिसका सीधा तात्पर्य था कि दिल्ली सरकार केवल समस्याओं को बढ़ा रही है, उनका समाधान नहीं कर रही है। यह बयान उन परिस्थितियों में आया जब दिल्ली में प्रदूषण की समस्या चरम पर पहुंच चुकी थी और आम नागरिक इस मुद्दे को लेकर परेशान थे।
नायडू ने कहा कि दिल्ली में वायु प्रदूषण एक गंभीर संकट बन चुका है, और इसके लिए जिम्मेदार केजरीवाल सरकार है। उन्होंने आरोप लगाया कि AAP ने अपनी सरकार बनने के बाद कोई ठोस कदम नहीं उठाए और इसने सिर्फ़ जनता को बेवकूफ बनाने का काम किया। नायडू ने यह भी कहा कि प्रदूषण के बढ़ते स्तर से दिल्लीवासियों के स्वास्थ्य पर भी प्रतिकूल असर पड़ रहा है, लेकिन केजरीवाल सरकार इसे सुलझाने में नाकाम रही है।
‘डबल इंजन सरकार’ का समर्थन
इसके विपरीत, चंद्रबाबू नायडू ने भाजपा की ‘डबल इंजन सरकार’ का जोरदार समर्थन किया। नायडू ने कहा, “अगर दिल्ली में केंद्र और राज्य दोनों स्तरों पर एक मजबूत सरकार हो, तो यहां की विकास यात्रा तेज़ी से बढ़ सकती है। भाजपा का ‘डबल इंजन’ न सिर्फ दिल्ली, बल्कि देशभर में समग्र विकास का मार्ग प्रशस्त करेगा।” उनका यह बयान दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनकी पार्टी के लिए सीधे चुनौती था, खासकर इस समय जब दिल्ली में विधानसभा चुनाव नजदीक हैं।
नायडू ने आगे कहा कि दिल्ली में भाजपा की सरकार बनने से न केवल शहर में विकास होगा, बल्कि इससे भ्रष्टाचार पर भी लगाम लगेगी और लोगों की समस्याओं का हल निकाला जाएगा। उनका मानना था कि दिल्ली में एक मजबूत और समन्वित सरकार की जरूरत है, जो केंद्र और राज्य दोनों स्तरों पर एकजुट होकर काम कर सके।
चुनावी जंग का हिस्सा बन चुका बयान
चंद्रबाबू नायडू का यह बयान केवल आंध्र प्रदेश तक सीमित नहीं रहा, बल्कि दिल्ली चुनावी राजनीति में भी हलचल पैदा कर गया है। केजरीवाल और उनके समर्थक पहले ही इस आरोप को खारिज कर चुके हैं कि उनकी सरकार प्रदूषण और भ्रष्टाचार में लिप्त है। वहीं भाजपा ने नायडू के बयान का समर्थन करते हुए कहा कि दिल्ली में सरकार की स्थिति गंभीर है, और ‘डबल इंजन’ से ही राज्य का विकास संभव है।
नायडू के इस बयान ने चुनावी हलकों में तगड़ी खलबली मचाई है। जहां एक ओर भाजपा ने इसका स्वागत किया, वहीं AAP ने इसे एक साजिश और झूठा आरोप बताया। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि नायडू का यह बयान चुनावी प्रचार का हिस्सा हो सकता है, लेकिन इसके प्रभाव को नकारा भी नहीं जा सकता। दिल्ली में आगामी विधानसभा चुनावों में यह मुद्दा महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।
अंतिम शब्द
चंद्रबाबू नायडू का यह हमला केवल एक राजनीतिक बयान नहीं, बल्कि दिल्ली में हो रहे चुनावी मुकाबले का अहम हिस्सा बन चुका है। जहां एक ओर भाजपा अपनी ‘डबल इंजन सरकार’ की बात कर रही है, वहीं केजरीवाल अपनी सरकार के कामकाज का बचाव करने में जुटे हैं। अब यह देखना होगा कि दिल्लीवासी किसे अपनी आवाज देते हैं और कौन उनके लिए बेहतर विकास का मार्ग प्रशस्त कर सकता है।