कांग्रेस सांसद बी मणिकम टैगोर ने सवाल उठाया है कि राहुल गांधी की निजी यात्रा से बीजेपी को क्यों परेशानी हो रही है।

बीजेपी, हालांकि, राहुल गांधी की निजी यात्रा को लेकर सुर्खियों में है, खासकर हाल ही में उनकी वियतनाम यात्रा की रिपोर्ट्स के बाद। कांग्रेस सांसद (एमपी) बी मणिकम टैगोर ने राहुल गांधी की निजी यात्रा को लेकर बीजेपी की दिलचस्पी को सुनकर हैरानी जताई। उन्होंने यह भी कहा कि यह कोई राजनीतिक चर्चा का मुद्दा नहीं है।
यह टिप्पणी बीजेपी द्वारा राहुल गांधी पर लगातार किए जा रहे हमलों के बीच आई है, जिसमें उनके विदेश यात्राओं को लेकर आलोचना की जा रही है। नवीनतम विवाद राहुल गांधी से जुड़ा है, जिनके बारे में रिपोर्ट्स हैं कि वह वियतनाम में निजी यात्रा पर थे, जिससे बीजेपी ने उनकी राजनीतिक प्रतिबद्धता और भारत में उपस्थिति को लेकर फिर से आरोप लगाए हैं।
टैगोर की टिप्पणी कांग्रेस पार्टी के भीतर बढ़ती नाराजगी को दर्शाती है, जो यह मानती है कि बीजेपी गंभीर मुद्दों से ध्यान भटकाकर विपक्षी नेता पर तुच्छ मुद्दों को लेकर हमले कर रही है। टैगोर ने यह सवाल उठाया कि बीजेपी राहुल गांधी की निजी यात्रा पर ध्यान क्यों दे रही है, जबकि देश के सामने प्रशासन और अर्थव्यवस्था जैसे अधिक महत्वपूर्ण मुद्दे हैं जिनपर ध्यान देने की आवश्यकता है।
टैगोर ने मीडिया से कहा कि गांधी की यात्रा एक निजी मामला है और इसका देश की राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने कहा कि हर नागरिक को अपनी निजी जिंदगी का हक है, खासकर जब यात्रा का उनके राजनीतिक मामलों से कोई संबंध न हो। उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी को लोगों की समस्याओं पर ध्यान देना चाहिए, न कि विपक्षी नेताओं की आलोचना करके समय बर्बाद करना चाहिए।
बीजेपी, हालांकि, लगातार राहुल गांधी पर आरोप लगाती रही है कि वह विदेश में रहते हुए अपनी सांसद की जिम्मेदारियों और विपक्ष के नेता के रूप में अपने कर्तव्यों को नजरअंदाज कर रहे हैं। बीजेपी का दावा है कि उनकी यात्राएँ यह दर्शाती हैं कि वह अपनी राजनीतिक जिम्मेदारियों में गंभीर नहीं हैं। हालांकि, कांग्रेस नेताओं ने इन आरोपों का जवाब देते हुए कहा है कि सरकार के द्वारा आर्थिक और सामाजिक समस्याओं को लेकर जो कदम उठाए जा रहे हैं, उस पर ध्यान देना चाहिए।
दोनों पार्टियों के बीच इस तरह के आरोप-प्रत्यारोप गहरे राजनीतिक प्रतिस्पर्धा को दर्शाते हैं, जिसमें दोनों पक्ष एक-दूसरे को हर मौके पर निशाना बनाने की कोशिश करते हैं। कांग्रेस ने अक्सर बीजेपी पर आरोप लगाया है कि वह व्यक्तिगत मामलों को लेकर ध्यान भटकाती है, जबकि बीजेपी का कहना है कि गांधी की यह कार्रवाइयाँ राजनीतिक प्रक्रिया को कमजोर कर रही हैं।
टैगोर की टिप्पणियाँ यह स्पष्ट करती हैं कि सत्ताधारी बीजेपी और विपक्षी कांग्रेस पार्टी एक अन्य राजनीतिक मुद्दे पर मुकाबला कर रही हैं। दोनों पार्टियाँ चुनावों की तैयारी कर रही हैं, और नेताओं के निजी जीवन पर व्यक्तिगत हमले और आलोचनाएँ राजनीतिक supremacy की जंग का हिस्सा बन चुकी हैं।
जैसे-जैसे राजनीतिक चर्चा तेज होती है, यह देखना दिलचस्प होगा कि राहुल गांधी की निजी यात्रा को लेकर यह तकरार किस दिशा में जाती है। कांग्रेस संभवतः गांधी के निजी जीवन के अधिकार की रक्षा करती रहेगी, जबकि बीजेपी इस मुद्दे को गांधी की भारतीय राजनीति में प्रतिबद्धता पर सवाल उठाने के लिए इस्तेमाल कर सकती है।