प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, और देशभर के अन्य वरिष्ठ नेताओं ने दिल्ली स्थित पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निवास पर जाकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।

नई दिल्ली, 27 दिसंबर 2024: एक भावुक पल में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और देश भर के कई वरिष्ठ राजनीतिक नेताओं ने पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित की। यह श्रद्धांजलि दिल्ली स्थित उनके आवास पर दी गई, जहां राजनीतिक समुदाय एकत्र हुआ और भारत के सबसे सम्मानित नेताओं में से एक के जीवन और धरोहर को सम्मानित किया।
डॉ. मनमोहन सिंह, जो 2004 से 2014 तक भारत के प्रधानमंत्री रहे, 26 दिसंबर 2024 को एक लंबी बीमारी के बाद निधन कर गए। उनके निधन ने पूरे देश को शोक में डुबो दिया है, क्योंकि विभिन्न राजनीतिक विचारधाराओं और जीवन के हर क्षेत्र से नेताओं ने उनके राजनैतिक कौशल, समर्पण और देश के लिए उनके अद्वितीय योगदान को याद किया।
नेता डॉ. सिंह के आवास पर एकत्रित हुए
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए सबसे पहले डॉ. सिंह के आवास पहुंचे। मीडिया से बात करते हुए पीएम मोदी ने कहा, “डॉ. मनमोहन सिंह का जीवन पूरी तरह से देश की सेवा में समर्पित रहा। उनके प्रधानमंत्री के रूप में कार्यकाल में किए गए आर्थिक सुधारों ने भारत के भविष्य का मार्ग प्रशस्त किया। उनका शांतिपूर्ण स्वभाव, गहरी समझ और जिम्मेदारी के प्रति समर्पण उन्हें एक अद्वितीय नेता बनाता था। उनका धरोहर हमेशा आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करता रहेगा।”
पीएम मोदी, जो डॉ. सिंह के कार्यकाल के बाद प्रधानमंत्री बने, ने अपने पूर्ववर्ती की धरोहर को स्नेहपूर्वक याद किया। उन्होंने कहा कि भले ही उनके राजनीतिक मतभेद रहे हों, लेकिन वह अपने पूर्ववर्ती के प्रति गहरी श्रद्धा रखते थे। दोनों नेताओं ने पिछले सरकार के कार्यकाल में एक साथ मिलकर काम किया था, और मोदी अक्सर डॉ. सिंह को 1990 के दशक में वित्त मंत्री के रूप में भारत के आर्थिक उदारीकरण में उनके योगदान के लिए श्रेय देते थे, जिसने भारत की वैश्विक स्थिति को आकार दिया।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, जो श्रद्धांजलि अर्पित करने पहुंचे थे, ने डॉ. सिंह को ईमानदारी से भरा हुआ नेता बताया जो देश को चुनौतियों के दौर से निकालने में सक्षम रहे। “डॉ. सिंह का नेतृत्व भारत को वैश्विक और घरेलू चुनौतियों से निपटने में मदद करने वाला रहा। उन्हें हमेशा उनके व्यापक योगदानों के लिए याद किया जाएगा। इस कठिन समय में मैं उनके परिवार के साथ हूं,” अमित शाह ने कहा।
राजनीतिक विविधता से श्रद्धांजलि
राजनीतिक विचारधाराओं से परे नेताओं ने डॉ. सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित की, जिन्होंने आधुनिक भारत के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। कांग्रेस नेताओं, जिन्होंने उनके साथ मिलकर काम किया, ने उनके नेतृत्व को एक ज्ञान का स्तंभ बताया और कहा कि वह कभी अपनी आवाज नहीं उठाते थे, लेकिन उनके नेतृत्व में भारत ने अपने कर्तव्यों को शांति से और प्रभावी रूप से निभाया।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए डॉ. सिंह को “एक सच्चे राजनेता” के रूप में परिभाषित किया, जिनकी नीतियों, विशेष रूप से आर्थिक सुधारों, ने भारत को वैश्विक स्तर पर स्थापित करने में मदद की। “डॉ. सिंह एक ऐसे व्यक्ति थे जिनके पास अपार ज्ञान और दृष्टिकोण था। वह हमारे पार्टी के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे देश के लिए मार्गदर्शक थे। उनका अभाव एक बड़ी क्षति है, लेकिन उनका काम हमें मार्गदर्शन करता रहेगा।”
विभिन्न राज्य के मुख्यमंत्री और अन्य क्षेत्रीय नेताओं ने भी उनके योगदानों को याद करते हुए उनकी श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने डॉ. सिंह के समावेशी विकास और सामाजिक कल्याण के प्रयासों को महत्वपूर्ण माना। उनके स्वास्थ्य, शिक्षा और ग्रामीण विकास में योगदान को उनकी समग्र दृष्टि के रूप में देखा गया।
आर्थिक सुधार और वैश्विक प्रभाव
डॉ. मनमोहन सिंह के प्रधानमंत्री कार्यकाल में कई महत्वपूर्ण आर्थिक सुधार हुए, जैसे कि वस्तु और सेवा कर (GST) की शुरुआत, उदारीकरण नीतियां और भारत की अर्थव्यवस्था को वैश्विक बाजारों से जोड़ने के प्रयास। उनके नेतृत्व में भारत 2008 के वैश्विक आर्थिक संकट को सफलतापूर्वक पार करने में सक्षम हुआ, क्योंकि उनके द्वारा उठाए गए कदमों ने अर्थव्यवस्था को स्थिर किया।
एक अर्थशास्त्री के रूप में, डॉ. सिंह ने कई ऐतिहासिक निर्णय लिए, जिन्होंने भारत की आर्थिक नीतियों को आकार दिया। बैंकों के क्षेत्र में सुधार, विदेशी निवेश को बढ़ावा देना और अन्य देशों के साथ व्यापारिक रिश्तों को मजबूत करना उनके प्रमुख योगदानों में शामिल था।
डॉ. सिंह का भारत की विदेश नीति में भी महत्वपूर्ण योगदान था। उनके कूटनीतिक प्रयासों ने भारत के संबंधों को प्रमुख वैश्विक शक्तियों, जैसे अमेरिका, रूस और यूरोपीय संघ, के साथ मजबूत किया। उनकी चुपचाप कूटनीति और गैर-संघर्षात्मक दृष्टिकोण ने भारत को एक सम्मानित वैश्विक शक्ति के रूप में स्थापित किया।
सेवा के प्रति समर्पित जीवन
डॉ. सिंह ने 1990 के दशक में प्रधानमंत्री पी.वी. नरसिंह राव के तहत वित्त मंत्री के रूप में भारत के आर्थिक सुधार में अहम भूमिका निभाई। उनका आर्थिक दृष्टिकोण और सुधारों के प्रति प्रतिबद्धता ने उन्हें भारत और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सम्मान दिलाया।
उनके प्रधानमंत्री रहते हुए, उन्होंने कई राजनीतिक विरोधों का सामना किया, लेकिन फिर भी उन्होंने भारत के लिए अपने समृद्ध, समावेशी और प्रगतिशील दृष्टिकोण को बनाए रखा। उनके शासन का तरीका व्यावहारिक, अनुशासित और वैश्विक अर्थशास्त्र की गहरी समझ से परिपूर्ण था।
स्थायी धरोहर
डॉ. सिंह का राजनीतिक करियर दशकों तक फैला रहा, लेकिन उनके शांत और संतुलित नेतृत्व ने उनकी धरोहर को परिभाषित किया। जैसे ही भारत एक नेता को खो रहा है जिसने अपना जीवन देश की सेवा में समर्पित किया, उनकी धरोहर आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनी रहेगी।
देश ने एक ऐसे नेता को खो दिया है जिसने इसे आर्थिक समृद्धि और संकट के समयों से निकाला। उनका निधन भारतीय राजनीति के एक युग का अंत है, लेकिन उनके योगदान हमेशा देश के इतिहास में अंकित रहेंगे। डॉ. मनमोहन सिंह का जीवन और कार्य उन सभी के लिए प्रेरणा बनेगा जो ईमानदारी और समर्पण के साथ देश की सेवा करना चाहते हैं।
प्रधानमंत्री और अन्य नेताओं ने यह वादा किया है कि डॉ. सिंह के दृष्टिकोण के अनुसार आने वाले वर्षों में एक समृद्ध और शांतिपूर्ण भारत की दिशा में काम किया जाएगा, ताकि उनकी धरोहर भारत की विकास यात्रा में हमेशा बनी रहे।