दिल्ली की मुख्यमंत्री अटिशी ने भारतीय जनता पार्टी पर अधिकारियों पर दबाव बनाने का आरोप लगाया, ताकि वे आम आदमी पार्टी की महिलाओं और बुजुर्गों के लिए शुरू की गई कल्याणकारी योजनाओं के खिलाफ भ्रामक सार्वजनिक नोटिस जारी कर सकें।

दिल्ली की मुख्यमंत्री अटिशी ने भारतीय जनता पार्टी पर आरोप लगाया है कि वह सरकारी अधिकारियों पर दबाव डालकर आम आदमी पार्टी की कल्याणकारी योजनाओं, खासकर महिलाओं और बुजुर्गों के लिए चल रही योजनाओं, को बदनाम करने के लिए भ्रामक सार्वजनिक नोटिस जारी करवा रही है। अटिशी, जो दिल्ली में शिक्षा, महिला और बाल विकास मंत्रालय की मंत्री भी हैं, ने सरकार द्वारा उठाए गए कदमों का बचाव करते हुए कहा कि इन योजनाओं ने राष्ट्रीय राजधानी के हाशिए पर रहने वाले समुदायों की जिंदगी में सकारात्मक बदलाव लाया है।
BJP द्वारा आलोचना की गई योजनाओं में महिला सम्मान योजना, जो महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए है, और संजीवनी योजना, जो एक स्वास्थ्य देखभाल पहल है, शामिल हैं। ये दोनों योजनाएं AAP सरकार की प्रमुख योजनाओं में से हैं, जो खासतौर पर सबसे कमजोर वर्ग, विशेष रूप से महिलाओं और बुजुर्गों को वित्तीय सहायता और स्वास्थ्य सुविधाएं देने पर ध्यान केंद्रित करती हैं। अटिशी का मानना है कि BJP द्वारा इन योजनाओं पर किए गए हमले राजनीतिक रूप से प्रेरित हैं, क्योंकि भाजपा चाहती है कि AAP की बढ़ती लोकप्रियता को किसी न किसी तरह से कमजोर किया जाए।
अटिशी ने हाल ही में एक बयान में कहा, “BJP दिल्ली की कल्याणकारी योजनाओं को झूठ फैलाकर और अधिकारियों पर दबाव डालकर रुकवाने की कोशिश कर रही है। वे वही योजनाएं नष्ट करना चाहते हैं जो हजारों महिलाओं और बुजुर्गों के जीवन को बेहतर बना रही हैं।” उन्होंने BJP को उनकी “घिनौनी रणनीतियों” के लिए आड़े हाथों लिया और कहा कि ये हमले उस सरकार के खिलाफ हैं, जो शिक्षा, स्वास्थ्य देखभाल और सामाजिक न्याय पर ध्यान केंद्रित कर रही है और पिछले कुछ सालों में आम लोगों के बीच बढ़ी है।
महिला सम्मान योजना, जिसे अटिशी के नेतृत्व में चलाया जा रहा है, आर्थिक रूप से पिछड़ी महिलाओं को पूंजी और कौशल प्रशिक्षण प्रदान करती है। यह योजना AAP सरकार के तहत महिला सशक्तिकरण और सामाजिक समावेशन का महत्वपूर्ण हिस्सा है। संजीवनी योजना का उद्देश्य बुजुर्गों के लिए सस्ती स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना है, ताकि वे उच्च चिकित्सा लागत से बच सकें। इस योजना में मोबाइल स्वास्थ्य इकाइयाँ और मुफ्त चिकित्सा परामर्श शामिल हैं, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि स्वास्थ्य सेवाएं दूर-दराज के इलाकों तक पहुंच सकें।
अटिशी ने कहा, “इन योजनाओं ने बहुत से लोगों के जीवन में सुधार किया है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि इन योजनाओं ने दिल्ली में सामाजिक-आर्थिक असमानता को कम किया है। यह कि BJP इन कार्यक्रमों को बदनाम कर रही है, यह संयोग नहीं है, बल्कि यह एक रणनीति है जो AAP के चुनावी समर्थन आधार को कमजोर करने की कोशिश कर रही है, खासकर उन महिला और बुजुर्ग मतदाताओं को जो इन योजनाओं से बहुत लाभान्वित हुए हैं।”
ये आरोप एक राजनीतिक तूफान का कारण बन गए हैं, जिसमें AAP ने BJP पर आरोप लगाया है कि वह प्रशासनिक तंत्र का इस्तेमाल कर झूठी कथाएं फैलाने और दिल्ली सरकार के कामकाज को बाधित करने की कोशिश कर रही है। हालांकि, BJP ने इन आरोपों का खंडन करते हुए कहा है कि वे केवल AAP सरकार की कल्याणकारी योजनाओं की प्रभावशीलता और पारदर्शिता पर सवाल उठा रहे हैं। उनका कहना है कि दिल्ली सरकार इन योजनाओं के सही तरीके से क्रियान्वयन और निगरानी में विफल रही है।
यह मामला अब AAP और BJP के बीच चल रही राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता का एक और बिंदु बन चुका है। अटिशी ने यह स्पष्ट किया है कि कल्याणकारी योजनाएं जारी रहेंगी और वह अपनी पार्टी की छवि को खराब करने के इन प्रयासों से डरने वाली नहीं हैं। “हम इन झूठों को हमारे अच्छे कामों को रोकने नहीं देंगे,” उन्होंने कहा। “हमारी कल्याणकारी योजनाएं दिल्ली के लोगों को सशक्त बनाने का काम करती रहेंगी।”
यह आरोप चुनावों से ठीक पहले सामने आए हैं, जब AAP दिल्ली में अपनी स्थिति बनाए रखने की कोशिश कर रही है। BJP ने दिल्ली सरकार की शासन व्यवस्था की आलोचना की है और कल्याणकारी योजनाओं में भ्रष्टाचार और अक्षमता के आरोप लगाए हैं। हालांकि, AAP नेता इस बात का बचाव करते हुए दावा करते हैं कि उनकी सरकार ने दिल्लीवासियों को वास्तविक लाभ दिया है।
इस बीच, कल्याणकारी योजनाओं को लेकर चल रही राजनीतिक लड़ाई ने दिल्ली के already तनावपूर्ण राजनीतिक माहौल को और बढ़ा दिया है, विशेष रूप से अटिशी के बयान के बाद। दोनों पार्टियों के बीच इस संघर्ष के कोई भी समाधान के संकेत नहीं मिल रहे हैं, और आने वाले महीनों में इन योजनाओं पर जोर देने की संभावना है।
जैसा कि स्थिति आगे बढ़ रही है, अटिशी अपनी स्थिति पर अडिग हैं और दिल्ली की कल्याणकारी योजनाओं की अखंडता की रक्षा करने और शहर के सबसे कमजोर वर्गों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए काम करने का संकल्प ले चुकी हैं। “हम यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं कि कोई भी पीछे न छूटे,” उन्होंने कहा।