मुंबई के अंधेरी में 6 मंजिल की इमारत में भीषण आग लग गई. आग बुझाने का काम जारी है.

आज सुबह मुंबई के पास एक हाई-राइज बिल्डिंग में भीषण आग लग गई, जिससे स्थानीय समुदाय में हड़कंप मच गया। 20 मंजिला रिहायशी इमारत की ऊपरी मंजिलों पर लगी आग ने कई लोगों को अंदर फंसा दिया है और कई लोग अब भी फंसे होने की आशंका जताई जा रही है।
यह घटना सुबह लगभग 5:30 बजे मुंबई के उपनगर अंधेरी में हुई, जो मुंबई के शहर केंद्र के उत्तर में स्थित एक वाणिज्यिक और रिहायशी हब है। आग लगने की खबर मिलते ही आपातकालीन टीमें, जिसमें दमकल वाहन, एंबुलेंस और बचाव कर्मी शामिल थे, घटनास्थल पर तुरंत पहुंची। इमारत से काले धुएं के घने गुबार उठते दिखाई दिए, जबकि विभिन्न मंजिलों से आग की लपटें भी देखी जा रही थीं।
दमकलकर्मी लपटों से जूझते हुए आग बुझाने की कोशिश कर रहे हैं
दमकलकर्मियों को तुरंत आग को बुझाने और फंसे हुए निवासियों को बचाने के लिए तैनात किया गया। हालांकि, जैसे-जैसे आग बढ़ी, इमारत से लोगों को निकालने में कठिनाई आ रही है। इमारत के निवासियों ने ऊपर की मंजिलों पर तेज धमाकों की आवाजें सुनीं, जिससे यह स्थिति और भी भयावह हो गई। आग इतनी तेज़ी से फैल रही थी कि अब भी कई लोग अंदर फंसे होने की आशंका जताई जा रही है। आपातकालीन टीमें लगातार इमारत में प्रवेश करने और बचाव कार्यों को जारी रखने की कोशिश कर रही हैं।
स्थानीय अधिकारियों ने अभी तक मृतकों की संख्या की पुष्टि नहीं की है, लेकिन प्रारंभिक रिपोर्टों से यह संकेत मिलते हैं कि कई लोग घायल हो सकते हैं, और कुछ निवासी अभी भी लापता हैं। घटना के समय, कई निवासी या तो सो रहे थे या उठने की प्रक्रिया में थे, जिससे बचाव कार्यों में और कठिनाई आई।
निवासियों और गवाहों में नाराजगी और निराशा
जैसे ही दमकलकर्मी आग से जूझते रहे, स्थानीय निवासियों ने देर से प्रतिक्रिया देने को लेकर अपनी नाराजगी और निराशा व्यक्त की। कुछ गवाहों ने बताया कि आग की गाड़ियों के घटनास्थल तक पहुंचने में देरी हुई, और इमारत की अग्नि सुरक्षा प्रणालियां भी अपर्याप्त थीं। कई निवासियों ने सोशल मीडिया पर स्थानीय अधिकारियों द्वारा की गई देरी की आलोचना की, खासकर इस तथ्य के मद्देनजर कि यह एक हाई-राइज रिहायशी इमारत है।
“आग को नियंत्रित करना मुश्किल था। हम देख सकते थे कि आग तेजी से फैल रही थी, लेकिन दमकल गाड़ियां बहुत देर से पहुंची,” एक स्थानीय निवासी ने नाम न बताने की शर्त पर कहा। “आग का अलार्म समय पर नहीं बजा और लिफ्ट भी काम नहीं कर रही थी। यह पूरी तरह से अराजकता थी।”
अधिकारियों ने अभी तक आग के कारण की पुष्टि नहीं की है, लेकिन प्रारंभिक रिपोर्ट्स में कहा गया है कि यह एक फ्लैट में इलेक्ट्रिकल फॉल्ट के कारण शुरू हो सकती है। हालांकि, जांच अभी जारी है।
आपातकालीन सेवाएं उच्च सतर्कता पर
स्थानीय दमकल विभाग ने आग पर काबू पाने के लिए पड़ोसी क्षेत्रों से अतिरिक्त यूनिट्स को तैनात किया है। मुंबई के आपदा प्रबंधन दल को भी सतर्क कर दिया गया है, और पुलिस ने क्षेत्र को घेर लिया है ताकि बचाव टीमों को निर्बाध रूप से काम करने की अनुमति मिल सके।
जबकि आग ने ऊपर की मंजिलों में भारी तबाही मचाई है, दमकलकर्मी अब भी आग को नियंत्रित करने के लिए कई घंटे से संघर्ष कर रहे हैं। आपातकालीन सेवाएं घायल लोगों को चिकित्सा सहायता प्रदान कर रही हैं, जबकि बचाव दल मलबे के बीच survivors की तलाश कर रहा है।
सुरक्षा उपायों में सुधार की मांग
यह घटना मुंबई और उसके आसपास के हाई-राइज बिल्डिंगों में आग सुरक्षा को लेकर नई चिंताएं उत्पन्न कर रही है। कई नागरिकों ने आग सुरक्षा मानदंडों को सख्ती से लागू करने की मांग की है, खासकर उन पुरानी इमारतों में जिनके पास इस प्रकार के बड़े आपातकालीन हालात से निपटने के लिए पर्याप्त संरचना नहीं है।
आने वाले दिनों में स्थानीय अधिकारी इस घटना की पूरी जांच करेंगे और मौजूदा अग्नि सुरक्षा प्रोटोकॉल की प्रभावशीलता की समीक्षा करेंगे। इस बीच, प्रभावित इमारत के निवासी संकट के इस समय में शॉक की स्थिति में हैं, और वे स्थिति के शीघ्र समाधान की उम्मीद कर रहे हैं।
अब जब आग पर काबू पा लिया गया है, तो ध्यान अगली घटनाओं के बाद की स्थिति पर केंद्रित हो गया है और यह सुनिश्चित करने पर कि भविष्य में ऐसी त्रासदियां न हों। समुदाय का ध्यान अब इस पर होगा कि भवन सुरक्षा नियमों को सख्ती से लागू कर ऐसे हादसों को कैसे रोका जा सकता है।