विनेश फोगाट शनिवार को दिल्ली-हरियाणा सीमा पर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों के साथ शामिल हुईं, जो फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी के लिए उनके आंदोलन का 200वां दिन है।

शंभू बॉर्डर, 31 अगस्त 2024: आज शंभू बॉर्डर पर किसानों ने एक विशाल प्रदर्शन किया, जिसमें विभिन्न राज्यों से आए हजारों किसान शामिल हुए। इस विरोध प्रदर्शन का आयोजन कृषि नीतियों और किसानों की समस्याओं के खिलाफ था।
इस प्रदर्शन में प्रमुख पहलवान और सामाजिक कार्यकर्ता विनेश फोगाट भी शामिल हुईं। उन्होंने भीड़ को संबोधित करते हुए कहा, “अगर लोग इस तरह सड़कों पर बैठें और अपनी आवाज उठाएं, तो सरकार को हमारी मांगों पर ध्यान देना ही पड़ेगा। यह प्रदर्शन हमारी एकता और हमारी ताकत को दर्शाता है।”
किसान नेता और प्रदर्शनकारी किसानों ने कहा कि वे तब तक विरोध जारी रखेंगे जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं। प्रदर्शनकारियों ने सरकार से किसान विरोधी नीतियों को समाप्त करने और कृषि संकट से निपटने के लिए ठोस कदम उठाने की मांग की है।
इस प्रदर्शन ने पूरे क्षेत्र में ध्यान आकर्षित किया है और इसके परिणामस्वरूप सड़क पर यातायात प्रभावित हुआ है। पुलिस और सुरक्षा बलों ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए इंतजाम किए हैं, लेकिन प्रदर्शनकारियों की संख्या और उत्साह को देखते हुए स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है।
किसानों का कहना है कि वे सरकार की ओर से कोई ठोस समाधान नहीं मिलने तक आंदोलन जारी रखेंगे। प्रदर्शनकारियों की मांगों में एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) की गारंटी, कृषि कानूनों में संशोधन और किसानों के लिए वित्तीय सहायता शामिल है।
प्रदर्शनकारियों का यह भी कहना है कि वे शांतिपूर्ण तरीके से अपनी बात सरकार तक पहुँचाना चाहते हैं और किसी भी प्रकार की हिंसा से दूर रहेंगे। इस बीच, प्रशासन ने भी प्रदर्शन की निगरानी के लिए विशेष टीमें तैनात की हैं और लोगों से संयम बनाए रखने की अपील की है।
यह प्रदर्शन कृषि संकट के समाधान के लिए किसानों के निरंतर संघर्ष और सरकार के साथ बातचीत के लिए उनके दृढ़ संकल्प को दर्शाता है।