इस महीने की शुरुआत में कोलकाता के सरकारी आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में एक महिला डॉक्टर के साथ कथित बलात्कार और हत्या पर देशव्यापी विरोध प्रदर्शन की पृष्ठभूमि में तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने पत्र लिखा था।

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक बार फिर पत्र लिखकर राज्य में बढ़ते बलात्कार मामलों पर केंद्र सरकार की ओर से कोई ठोस प्रतिक्रिया न मिलने पर चिंता जताई है। बनर्जी ने अपने पत्र में आरोप लगाया कि उनकी पहले की गई अपीलों पर कोई गंभीर ध्यान नहीं दिया गया और इस समस्या की गंभीरता को समझने के लिए केंद्र से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है।
पत्र में, बनर्जी ने राज्य में हाल ही में हुए बलात्कार मामलों का जिक्र करते हुए कहा कि इन अपराधों से पीड़ित महिलाएं और उनके परिवार न्याय के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं। उन्होंने कहा कि बलात्कार और यौन हिंसा जैसे जघन्य अपराधों के प्रति केंद्र सरकार की सुस्ती ने पीड़ितों की पीड़ा को बढ़ा दिया है।
ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार से अपील की है कि वह इस गंभीर मुद्दे पर तत्काल कार्रवाई करे, और पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए आवश्यक कदम उठाए। उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र सरकार को राज्य सरकार के साथ मिलकर प्रभावी नीतियां और सुरक्षा उपाय लागू करने की जरूरत है ताकि इस तरह के अपराधों पर लगाम लगाई जा सके।
पत्र के माध्यम से मुख्यमंत्री ने केंद्रीय नेतृत्व को याद दिलाया है कि यह मुद्दा केवल पश्चिम बंगाल का नहीं, बल्कि पूरे देश का है और इसके समाधान के लिए एकजुट प्रयास की आवश्यकता है। बनर्जी की यह अपील इस बात को उजागर करती है कि राज्य और केंद्र के बीच समन्वय की कमी किस हद तक समस्याग्रस्त हो सकती है और कैसे यह महिला सुरक्षा के मुद्दों पर असर डाल रही है।