15 अगस्त के विज्ञापन में सीएम केजरीवाल की तस्वीर नहीं छापने पर मंत्री आतिशी ने सचिव और निदेशक को कारण बताओ नोटिस जारी किया है.

आम आदमी पार्टी की नेता अतिशी ने स्वतंत्रता दिवस के विज्ञापन में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अनुपस्थिति पर कार्रवाई की है। विज्ञापन में सीएम केजरीवाल की तस्वीर या नाम न होने पर विवाद उत्पन्न हो गया था। अतिशी ने इस मामले में संबंधित अधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगा है और सुनिश्चित किया है कि भविष्य में ऐसी समस्याएं न हों। इस कदम के जरिए उन्होंने पार्टी की छवि की रक्षा और सही सूचना के प्रसार को प्राथमिकता दी है।
बीते 12 अगस्त को मंत्री आतिशी ने 15 अगस्त को एक विज्ञापन जारी करने लिए विभाग को पत्र लिखा था, जिसमे सीएम की फोटो के साथ विज्ञापन जारी किया जाना था. 14 अगस्त को एक नोट में सूचना और प्रचार निदेशालय (डीआइपी) ने मुख्यमंत्री की तस्वीर को लेकर आपत्ति जताई कहा गया कि स्वतंत्रता दिवस किसी अन्य त्योहार की तरह नहीं है. खासकर अभूतपूर्व परिस्थितियों में जब व्यक्ति जेल में है, जो कानून की उचित प्रक्रिया के अनुसार न्यायिक हिरासत में है. इसके बाद बिना सीएम केजरीवाल की तस्वीर के विज्ञापन जारी कर दिया गया. विज्ञापन में सिर्फ तिरंगे की फोटो लगाई गई थी.
इसमें आगे कहा गया, “तथ्य यह है कि जारी और प्रकाशित किए गए विज्ञापनों और क्रिएटिव को प्रभारी मंत्री से आवश्यक मंजूरी नहीं मिली, पूरी प्रक्रिया समझौता योग्य है और प्रक्रियात्मक रूप से अमान्य हो गई है।” नोटिस में कहा गया है कि वैध कारण बताने में विफल रहने पर, विज्ञापन की लागत सूचना और प्रचार विभाग के निदेशक और सचिव के वेतन से काटी जा सकती है।
नोटिस यह बताने के लिए दिया गया है कि आपके खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं शुरू की जानी चाहिए और प्रभारी मंत्री की मंजूरी के बिना प्रकाशित मीडिया योजना और विज्ञापन की लागत आपके वेतन से क्यों नहीं वसूली जानी चाहिए? इस नोटिस की प्राप्ति की 03 दिनों की अवधि, “नोटिस में कहा गया है।