कांग्रेस पार्टी ने अपने सांसद अनुराग ठाकुर द्वारा राहुल गांधी की जाति पर स्पष्ट सवाल उठाने को लेकर सत्तारूढ़ भाजपा पर निशाना साधा है।

लोकसभा में मंगलवार को जब बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर ने जाति जनगणना के मुद्दे पर कांग्रेस और राहुल गांधी पर परोक्ष तंज कसा, तो सदन में हंगामा मच गया। ठाकुर ने कहा, ‘जिसकी जाति ही नहीं पता, वही जाति जनगणना की बात कर रहा है।’
ठाकुर की इस टिप्पणी से सदन में हंगामा खड़ा हो गया, और राहुल गांधी ने ठाकुर की बातों को बीच में ही रोकते हुए कहा, ‘आप हमें जितना चाहें अपमानित करें, लेकिन यह मत भूलिए कि हम संसद में जाति जनगणना बिल पास करवा लेंगे।’
अनुभवी कांग्रेस नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने ठाकुर की टिप्पणी को “बदतमीज़” बताया और उनके भाषण का समर्थन करने के लिए प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला किया।
सिंह ने संवाददाताओं से कहा, ”’बदतमीज है’, उनसे यह उम्मीद नहीं थी और प्रधानमंत्री से यह उम्मीद नहीं थी कि वह उनका समर्थन करेंगे।”
अनुराग ठाकुर लोकसभा में केंद्रीय बजट पर चर्चा के दौरान जाति जनगणना पर कांग्रेस के रुख पर सवाल उठा रहे थे, जब भाजपा सांसद द्वारा विपक्ष के नेता राहुल गांधी की जाति का स्पष्ट संदर्भ देने से विपक्ष और सत्ता पक्ष के बीच तीखी नोकझोंक शुरू हो गई।
समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने ठाकुर की टिप्पणी को अनुचित बताया और कहा, “आप किसी की जाति कैसे पूछ सकते हैं?”
वहीं कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत भी अनुराग ठाकुर पर करारा निशाना साधा। श्रीनेत ने कहा कि आप राहुल गांधी की जाति जानना चाहते हैं? किसके पर-दादा इस देश की आजादी के जंग के दौरान साढ़े नौ साल जेलों में रहे? किसके दादा ने इस देश पर अपनी उम्र खपा दी? किसकी दादी और पिता ने इस देश के लिए शहादत दी? किसकी मां लांछन सुनकर भी इस देश के लिए समर्पित हैं? और खुद राहुल गांधी? उनके सामने खड़े रहने की न तो आपकी नैतिक हैसियत है और ना कद।
कांग्रेस नेता ने आगे कहा, “राहुल गांधी की जाति जाननी है तो जाकर रामचेत मोची से पूछिए, सब्जी बेचने वाले रामेश्वर से पूछिए, निर्भया की मां से पूछिए, हाथरस की गुड़िया के परिवार से पूछिए, शहीद अग्निवीरों के परिवार से पूछिए, करोड़ों दलितों, वंचितों, आदिवासियों, पिछड़ों से पूछिए, जिनके हक की लड़ाई वो लड़ रहे हैं. एक बात याद रखियेगा राहुल गांधी और INDIA गठबंधन ने ठान लिया है, जातिगत जनगणना तो हो कर रहेगी.”