मायावती के बीएसपी ने आगामी चुनावों में मुस्लिम प्रतिनिधित्व को विचारपूर्वक देखने की घोषणा की है। उन्होंने कहा है कि यह मौका केवल उनके द्वारा ध्यानपूर्वक विचार के बाद ही दिया जाएगा।

लोकसभा चुनाव 2024 में बहुजन समाज पार्टी को हुए भयंकर नुकसान के बाद, पार्टी सुप्रीमो मायावती ने कहा कि बसपा ने मुस्लिम समाज को उचित प्रतिनिधित्व देने के बाद भी हमारा साथ नहीं दिया। इस परिस्थिति में आगे, उन्हें मौका देने से पहले ध्यानपूर्वक सोच-समझकर ही कार्रवाई की जाएगी।
बसपा के अध्यक्ष ने कहा कि इस चुनाव में खासकर उत्तर प्रदेश पर पूरे देश की निगाहें टिकी हुई थीं, और यहां जो परिणाम सामने आया है, वह भी जनता के सामने है। उन्होंने कहा कि पार्टी इसे गंभीरता से हर स्तर पर विश्लेषण करेगी और पार्टी के हित में आवश्यक कदम उठाएगी।
मायावती ने जाहिर किया कि मुस्लिम समुदाय ने उन्हें वोट नहीं दिया, जबकि वह हमेशा से उन्हें टिकट देती रही है। उन्होंने कहा कि उनकी अपनी जाति ने बीएसपी को वोट किया है। यूपी के नतीजों से मायावती को बहुत बड़ा झटका लगा है, जहां उनकी पार्टी ने एक भी सीट नहीं जीती। यूपी में बसपा का वोट प्रतिशत 9.39 है, जबकि पूरे देश में बीएसपी का वोट प्रतिशत केवल 2.04 है।
मायावती ने बयान दिया कि उनकी पार्टी ने ढाई महीने लंबे चुनाव कार्यक्रम को स्वीकार नहीं किया है। उन्होंने कहा कि चुनाव को तीन से चार चरणों में ही समाप्त किया जाना चाहिए। वे चुनाव की इस बार की जोरदार गर्मी को भी उठाया और उसके असर के बारे में चर्चा की। इसके साथ ही उन्होंने चुनाव आयोग को लोगों की परेशानियों को ध्यान में रखने का आग्रह किया जब वह आगामी चुनाव की योजना तैयार करें।