दिल्ली की हवा लगातार जहरीली होती जा रही है. दिल्ली में जीआरएपी का चौथा चरण लागू होने के बाद पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने हाई लेवल मीटिंग बुलाई है, जिसमें कई अहम फैसले लिए जा सकते हैं.

राजधानी दिल्ली में एक तरफ जहां हवा जहरीली हो गई है और लोगों का सांस लेना मुश्किल हो रहा है, वहीं इस गंभीर मुद्दे पर जमकर सियासी बयानबाजी हो रही है. बिगड़ती हवा को देखते हुए सीएम अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को कहा कि दिल्ली में प्राइमरी स्कूल बंद किए जा रहे हैं.जबकि ऑड-ईवन पर चर्चा अभी जारी है। इसी बीच पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भी दिल्ली में ‘रेड लाइट ऑन,कार ऑफ’ अभियान पर कूद पड़े और उपराज्यपाल पर निशाना साधा.
इस बीच दिल्ली-एनसीआर और पंजाब समेत कई अन्य राज्यों में बढ़ते प्रदूषण को लेकर दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान ने संयुक्त प्रेस वार्ता भी की. पंजाब के सीएम मान ने दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना पर हमला करते हुए कहा, “LG साहिब, आप दिल्ली की चुनी हुई सरकार के कामों को रोक रहे हो. ‘रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ’ कैंपेन को रोक दिया और मुझे चिट्ठी लिखकर राजनीति कर रहे हो? इतने गंभीर विषय पर राजनीति ठीक नहीं.”
एक दिन पहले LG ने CM मान को लिखी चिट्ठी
सीएम मान का यह बयान तब आया जब दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने कल गुरुवार को पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को पत्र लिखकर उनसे दिल्ली-एनसीआर में घातक प्रदूषण को खत्म करने के लिए किसानों को इच्छुक भागीदार बनाकर पराली जलाने को लेकर नियंत्रित करने के लिए तत्काल उपाय करने का अनुरोध किया. उन्होंने आगे लिखा कि यह दुखद है कि 2021 के बाद से पंजाब में पराली की आग की घटनाओं में वृद्धि हुई है. एलजी की ओर से यह चिट्ठी दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को भी भेजी गई है.
इससे पहले मान के साथ साझा पीसी में सीएम केजरीवाल ने स्वीकार किया कि पंजाब में पराली जलाने की घटनाओं की जिम्मेदारी उनकी पार्टी की है क्योंकि वहां आम आदमी पार्टी की सरकार है. केजरीवाल ने कहा, “चूंकि, पंजाब में हमारी सरकार है इसलिए पराली जलाने की घटनाओं के लिए हम जिम्मेदार हैं. हमें वहां सरकार बनाए केवल छह महीने हुए हैं और कुछ ऐसे मुद्दे हैं, जिनका समाधान किया जा रहा है. हम हल ढूंढ रहे हैं. समस्या के समाधान के लिए हमें एक साल का समय दें.”
गोपाल राय भी कर चुके हैं LG पर हमला
वहीं, पंजाब के मुख्यमंत्री मान ने कहा कि पंजाब में धान की भारी पैदावार के चलते पराली की मात्रा और बढ़ी है. उन्होंने कहा, “पंजाब के खेतों में पराली को दबाने के लिए 1.20 लाख मशीन तैनात की गई हैं. ग्राम पंचायतों ने पराली नहीं जलाने के संबंध में प्रस्ताव पारित किए हैं.”
इससे पहले पिछले दिनों दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने भी आरोप लगाया कि बीजेपी की विचारधारा वायु प्रदूषण के बढ़ते स्तर के पक्ष में है, क्योंकि पार्टी ने पटाखे फोड़ने के समर्थन में तो आवाज उठाई लेकिन पंजाब सरकार को पराली नहीं जलाने के लिए किसानों को नकद प्रोत्साहन प्रदान करने में मदद नहीं की.
गोपाल राय ने कहा कि दिल्ली के एलजी विनय कुमार सक्सेना भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के निर्देश के बगैर वाहनों से होने वाले उत्सर्जन को कम करने के लिए ‘रेड लाइट ऑन गाड़ी ऑफ’ अभियान को लागू करने पर रोक नहीं लगाते. उन्होंने कहा, ‘बीजेपी की मानसिकता और विचारधारा वायु प्रदूषण के स्तर में वृद्धि के पक्ष में है. अगर केंद्र ने फसल अवशेष नहीं जलाने के लिए किसानों को नकद प्रोत्साहन प्रदान करने की राज्य सरकार की पहल का समर्थन किया होता तो पंजाब में पराली जलाने में बड़े पैमाने पर कमी देखी जा सकती थी.’