छठ पूजा के अवसर पर भगवान सूर्य को सूर्योदय अर्घ्य देने के लिए देशभर में श्रद्धालु नदियों, नहरों, झीलों और तालाबों पर बने घाटों पर पहुंचे और भगवान भास्कर की पूजा की.

छठ महापर्व के अंतिम दिन, भक्त घाटों और जल निकायों के किनारे उगते सूर्य भगवान को अर्घ्य देते हैं। इसके साथ ही चार दिनों तक चलने वाले इस उत्सव का समापन हो गया। आपकी जानकारी के लिए बता दे कि छठ पूजा में सूर्य देव और माता छठ की पूजा की जाती है. इस पर्व में 36 घंटे का उपवास रखा जाता है। जिसकी शुरुआत नहाय खई से होती है। उसके बाद अंतिम दिन खरना, संध्या अर्घ्य और उषा अर्घ्य दिया जाता है। आपको बता दें कि यह व्रत आपकी संतान की लंबी उम्र के लिए रखा जाता है।
छठ पर्व के अंतिम दिन हज़ारों श्रद्धालु दिल्ली में स्थायी घाटों और अस्थायी तालाबों में सूर्य भगवान की पूजा करने के लिए उमड़े थे. कोविड के कारण पिछले दो साल से लागू पाबंदियों के कारण इस वर्ष लोगों में पर्व के प्रति बहुत उत्साह देखा गया। छठ पूजा दीवाली से छठे दिन, षष्टी को होती है और इसे सूर्य षष्ठी भी कहा जाता है क्योंकि यह पर्व सूर्य भगवान को समर्पित है. यह पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार के सबसे लोकप्रिय त्योहारों में से एक है. दिल्ली की आम आदमी पार्टी नीत सरकार ने इस साल छठ पूजा के लिए शहर में 1,100 घाट बनाए थे और 2014 के 2.5 करोड़ रुपये के बजट को 10 गुना बढ़ाकर इस साल 25 करोड़ रुपये कर दिया था.
घाटों पर सुबह से ही लगी श्रद्धालुओं की भारी भीड़
छठ घाट पर प्रसाद के लिए भी बहुत सारे लोग पहुंचते हैं. सूप में रखे प्रसाद का महत्व अधिक होता है इसलिए लोग यह कोशिश करते हैं कि सुबह के अर्घ्य के बाद छठ व्रतियों से प्रसाद ले सकें. सुबह से ही घाटों पर भारी भीड़ होनी शुरू हो गयी थी. कई लोगों ने घर की छत में ही सूर्य को अर्घ्य देने की व्यवस्था की थी.
सुरक्षा भी और सजावट भी
कई घाटों पर इस दिन आकर्षक सजावट देखने को मिली, सुरक्षा की भी पूरी तैयारी की गई. छठ घाटों पर डॉक्टरों की टीम को भी तैनात किया गया. ये टीम फर्स्ट एड ट्रीटमेंट उपलब्ध कराने के लिए तैनात की गई थी. घाटों पर रंग बिरंगे बल्ब से आकर्षक सजावट के साथ रोशनी का इंतजाम किया गया. भारी मात्रा में पुलिस बल भी तैनात किया गया. बड़ी संख्या में लोगों ने अपने घर के आंगनों, बगीचों और छतों पर भी सूर्य को अर्घ्य देने के लिए पानी जमा किया. इसी पानी में उतरकर व्रती फलों से भरा सूप उठाया और सूर्य को अर्पित किया. छठ व्रत हिंदुओं का अत्यंत महत्वपूर्ण त्योहार है. इस महापर्व पर भगवान भास्कर और छठी मैया की पूजा-अर्चना होती है.