पंजाब के सीएम ने वास्तविक सीमा और सीमावर्ती बाड़ के बीच की दूरी को घटाने का आग्रह केंद्र सरकार से किया है. वहीं हरियाणा के सीएम मनोहर लाल ने अपराधियों पर लगाम लगाने के लिए उनकी आवाज की पहचान पर भी काम किए जाने का सुझाव दिया.

गृह मंत्रियों के चिंतन शिविर में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान शामिल हुए.मुख्यमंत्री ने गृहमंत्री अमित शाह के आगे पंजाब के कई मसले रखें. भारत-पाकिस्तान सीमा बाड़ के निकट किसानों की समस्याओं पर सहानुभूतिपूर्वक गौर करने का आग्रह किया. एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, यहां गृह मंत्रियों के दो दिवसीय ”चिंतन शिविर” के दौरान, मान ने शाह से सीमा बाड़ और वास्तविक सीमा के बीच की दूरी को कम करने का आग्रह किया. मुख्यमंत्री ने कहा कि सीमावर्ती क्षेत्र के किसानों को इससे लाभ सुनिश्चित करने के मकसद से दूरी को मौजूदा एक किलोमीटर के बजाय घटाकर 150 से 200 मीटर तक किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि इससे, एक ओर भूमि का अधिकतम उपयोग सुनिश्चित होगा और दूसरी ओर देश की सुरक्षा भी मजबूत होगी.
एक अन्य मुद्दे को उठाते हुए, मान ने केंद्र से पठानकोट में राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) का एक क्षेत्रीय केंद्र स्थापित करने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि पठानकोट में एनएसजी केंद्र की स्थापना से पूरे उत्तरी क्षेत्र में किसी भी आतंकवादी गतिविधि से प्रभावी ढंग से निपटने में मदद मिलेगी. BSF का रीजनल हेडक्वार्टर बनाने की भी मांग रखी गई है. इससे उत्तर भारत के कई राज्यों को सहूलत मिलेगी. पंजाब को कैटेगरी A में रखने की भी मांग उठाई गई है.
मनोहर लाल ने की यह गुजारिश
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने आपराधिक घटनाओं की जांच के लिए वैज्ञानिक दृष्टिकोण अपनाने पर जोर दिया और कहा कि क्रिमिनल के चेहरे और बायोमेट्रिक पहचान के साथ-साथ उसकी आवाज की पहचान पर भी काम किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि गुजरात फोरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी परिसर का विस्तार हरियाणा सहित अन्य राज्यों में किया जाना चाहिए, ताकि अपराधियों को गिरफ्तार करने और उन्हें दंडित करने का काम आसान हो सके. मनोहर लाल ने कहा कि साइबर ठगों पर शिकंजा कसने के लिए हरियाणा सरकार ने राज्य पुलिस को आईटी कुशल बनाने का काम भी किया है.