आज की ताजा खबर धर्म सनातन धर्म

गोवर्धन पूजा के शुभ मुहूर्त की कुल अवधि 02 घंटे 14 मिनट,जानिए इसका महत्व और पूजा का शुभ मुहूर्त

हिंदू धर्म में दिवाली के अगले दिन गोवर्धन पूजा की जाती है लेकिन इस बार गोवर्धन पूजा अगले दिन नहीं बल्कि एक दिन बाद मनाई जाएगी. आइए जानते हैं पूजा का शुभ मुहूर्त.

दिवाली के अगले दिन गोवर्धन पूजा की जाती है। इसे देश के कुछ हिस्सों में अन्नकूट के नाम से भी जानते हैं। लेकिन इस साल सूर्यग्रहण के कारण गोवर्धन पूजा दिवाली के अगले दिन नहीं होगी। दिवाली 24 अक्टूबर को है, लेकिन गोवर्धन पूजा 26 अक्टूबर को की जाएगी। गोवर्धन पूजा के दिन भगवान कृष्ण, गोवर्धन पर्वत और गायों की पूजा की जाती है। गोवर्धन पूजा के दिन 56 या 108 तरह के पकवानों का श्रीकृष्ण को भोग लगाना शुभ माना जाता है। इन पकवानों को ‘अन्नकूट’ कहते हैं।

गोवर्धन पूजा 2022 का शुभ मुहूर्त

26 अक्टूबर को गोवर्धन पूजा के लिए सुबह 7 बजकर 29 मिनट से लेकर सुबह 9 बजकर 39 मिनट तक शुभ मुहूर्त है. लेकिन आमतौर पर गोवर्धन पूजा शाम के समय की जाती है और पंचांग के अनुसार शाम को शाम 4 बजकर 8 मिनट से लेकर शाम 6 बजकर 18 मिनट तक पूजा के लिए बेहद ही शुभ समय है.

गोवर्धन पूजा का महत्व

हिंदू धर्म में गोवर्धन पूजा का विशेष महत्व है और मान्यता है कि इस दौरान भगवान कृष्ण ने ब्रजवासियों को इंद्र देवता के प्रकोप से बचाया था. पौराणि क​थाओं के अनुसार द्वापर काल में भगवान श्रीकृष्ण ने इंद्र देवता के घमंड को तोड़कर समस्त गोकुलवासियों की उनके प्रकोप से रक्षा की थी. भगवान श्रीकृष्ण ने गोवर्धन पर्वत को एक उंगली पर उठाकर सभी गोकुलवासियों को बचाया था. इसके बाद इंद्र का घमंड टूटा और उन्होंने भगवान श्रीकृष्ण से माफी मांगी थी.

गोवर्धन पूजा का शुभ मुहूर्त-

गोवर्धन पूजा प्रातःकाल मुहूर्त – 06:29 ए एम से 08:43 ए एम
अवधि – 02 घंटे 14 मिनट
प्रतिपदा तिथि प्रारम्भ – अक्टूबर 25, 2022 को 04:18 पी एम बजे
प्रतिपदा तिथि समाप्त – अक्टूबर 26, 2022 को 02:42 पी एम बजे

गोवर्धन पूजा की विधि-

गोवर्धन पूजा करने के लिए आप सबसे पहले घर के आंगन में गोबर से गोवर्धन का चित्र बनाएं। इसके बाद रोली, चावल, खीर, बताशे, जल, दूध, पान, केसर, फूल और दीपक जलाकर गोवर्धन भगवान की पूजा करें। कहा जाता है कि इस दिन विधि विधान से सच्चे दिल से गोवर्धन भगवान की पूजा करने से सालभर भगवान श्री कृष्ण की कृपा बनी रहती है।

गोवर्धन पूजा से जुड़ी पौराणिक कथा-

मान्यता यह है कि ब्रजवासियों की रक्षा के लिए भगवान श्रीकृष्ण ने अपनी दिव्य शक्ति से विशाल गोवर्धन पर्वत को छोटी उंगली में उठाकर हजारों जीव-जतुंओं और इंसानी जिंदगियों को भगवान इंद्र के कोप से बचाया था। श्रीकृष्‍ण ने इन्‍द्र के घमंड को चूर-चूर कर गोवर्धन पर्वत की पूजा की थी। इस दिन लोग अपने घरों में गाय के गोबर से गोवर्धन बनाते हैं। कुछ लोग गाय के गोबर से गोवर्धन का पर्वत मनाकर उसे पूजते हैं तो कुछ गाय के गोबर से गोवर्धन भगवान को जमीन पर बनाते हैं। 

Avatar

Pooja Pandey

About Author

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Welcome to fivewsnews.com, your reliable source for breaking news, insightful analysis, and engaging stories from around the globe. we are committed to delivering accurate, unbiased, and timely information to our audience.

Latest Updates

Get Latest Updates and big deals

    Our expertise, as well as our passion for web design, sets us apart from other agencies.

    Fivewsnews @2024. All Rights Reserved.