दिवाली का त्योहार आते ही दिल्ली की हवा जहरीली हो गई है. बड़े पैमाने पर पटाखे जलाए जाने से पहले ही आज दिल्ली की हवा की गुणवत्ता बेहद खराब हो गई. रिसर्च के अनुसार दिल्ली में एयर क्वालिटी इंडेक्स 266 (खराब) श्रेणी में है.

दिल्ली में कोहरे की वापसी हो चुकी है. दीवाली से एक दिन पहले हवा की गुणवत्ता ‘खराब’ श्रेणी में रहने की वजह से राष्ट्रीय राजधानी में आज सुबह कोहरा छा गया. सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च के अनुसार, दिल्ली में सुबह 6.30 बजे समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक 251 दर्ज किया. पूर्वी दिल्ली में अक्षरधाम मंदिर के पास विजिलटी काफी खराब रही.
राष्ट्रीय राजधानी में हवा की गुणवत्ता पिछले कुछ दिनों से खराब हो रही है. कल शाम, समग्र दिल्ली में एक्यूआई 266 पर था. दिल्ली विश्वविद्यालय क्षेत्र में वायु गुणवत्ता 327 पर “बहुत खराब” श्रेणी में दर्ज किया गया. दरअसल शून्य से 50 के बीच एक्यूआई अच्छा, 51 और 100 संतोषजनक, 101 और 200 मध्यम, 201 और 300 खराब, 301 और 400 बहुत खराब, और 401 और 500 गंभीर माना जाता है.
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कल कहा था कि सरकार ने वायु प्रदूषण से निपटने के लिए अपनी 15 सूत्री शीतकालीन कार्य योजना शुरू की है. राय ने कहा कि कार्य योजना धूल प्रदूषण, पराली प्रबंधन, खुले में कचरा जलाने और पटाखों पर कार्रवाई सहित अन्य मुद्दों पर केंद्रित होगी. मंत्री ने अक्टूबर में योजना की घोषणा के दौरान कहा था कि दिल्ली में वायु प्रदूषण का 39 प्रतिशत स्थानीय रूप से उत्पन्न होता है और शेष राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में पड़ोसी क्षेत्रों से आता है.
दिल्ली सरकार ने दिवाली के दौरान पटाखे के उत्पादन, भंडारण, बिक्री और फोड़ने पर प्रतिबंध लगा दिया है और उल्लंघन करने पर जुर्माना और जेल की सजा हो सकती है. वाहनों से होने वाले प्रदूषण को कम करने के लिए दिल्ली सरकार ने ‘रेड लाइट ऑन गाडी ऑफ’ अभियान की घोषणा की है. इस अभियान के तहत जनप्रतिनिधि और अधिकारी यात्रियों को लाल बत्ती पर अपने वाहन बंद करने के लिए प्रेरित करेंगे.