सेना जल्द ही 1000 क्वाडकॉप्टर्स खरीदने जा रही है. इन क्वाडकॉप्टर्स से चीन और पाकिस्तान की सीमाओं पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी.

भारतीय सेना सीमा पर लगातार हो रहे ड्रोन्स की घुसपैठ के चलते बड़ी कार्रवाई करने के मूड में है. सेना जल्द ही 1000 क्वाडकॉप्टर्स खरीदने जा रही है. इन्हें सीमा पर मुस्तैदी के लिए तैनात किया जाएगा. इन क्वाडकॉप्टर्स को चीन और पाकिस्तान की सीमाओं पर तैनात किया जाएगा. बता दें कि हाल ही में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर के सुरक्षा अधिकारियों से बात की थी. इस दौरान ड्रोन्स की घुसपैठ पर अहम चर्चा भी की गई थी.
इस दौरान शाह ने सेना के अधिकारियों से पूछा था कि इसके लिए क्या अहम कदम उठाए जा सकते हैं. एक सेना के अधिकारी ने यह जानकारी दी है. रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल (आरएफपी) में 1000 कॉप्टर्स के साथ एसेसरीज भी मांगी गई हैं. इनमें कैमरे, थर्मल सेंसर्स आदि शामिल हैं. इनकी तत्काल खरीदी की जानी है. इसकी ‘तुरंत खरीदी’ के तहत कार्रवाई की जाएगी. यह तैनाती के लिए पूरी तरह से तैयार होंगे और इससे सैनिक को बहुत मदद मिलेगी.
ये होंगी खासियतें
इन कॉप्टर्स को विशेष तौर पर तैयार किया जाएगा जिनमें कई खासियतें होंगी. इनका वजन 10 किलो से कम रखा जाएगा. वहीं यह 5 किलोमीटर से ज्यादा की रेंज वाले होंगे. इन्हें कैमरे और अन्य जरूरी सेंसर्स से लैस किया जाएगा. इन्हें नाइट विजन के लिए भी तैयार किया जाएगा. ड्राफ्ट को मंजूरी मिलने के बाद इनकी खरीदी 12 महीने के अंदर ही की जाएगी.
चीन-पाकिस्तान सीमा पर कड़ी नजर
सेना के एक अधिकारी ने जानकारी देते हुए कहा कि, ‘चीन और पाकिस्तान की बॉर्डर पर लगातार ही ड्रोन्स की गतिविधि देखी जा रही है, इससे LAC और LOC दोनों पर ही अस्थिरता बनी हुई है. ऐसे में यह कॉप्टर्स दिन और रात में निगरानी रखने में सक्षम होंगे. हम जिस क्षेत्र में चाहें निगरानी रख सकते हैं.’
सेना के अधिकारी ने आगे बताया कि ‘कॉप्टर्स में हाई रेज्यूलुशन का कैमरा होगा जिससे हमें अपने टारगेट की सटीक लोकेशन मिल सकेगी. जिससे टारगेट को ढूंढना, पहचानना, वैरिफाई करना और उसकी सटीक लोकेशन हासिल करना जैसे काम आसानी से किए जा सकेंगे. इससे दुश्मनों के बिल्ड अप, मोर्टार, गन, मूवमेंट और ट्रूप के वाहन आदि की जानकारी भी आसानी से हासिल की जा सकेगी.’