भारतीय रिजर्व बैंक ने पिछली पॉलिसी में हुई चर्चा के मुख्य अंश जारी किए और उन्हें देखकर ऐसा प्रतीत हो रहा है कि RBI अब अगली पॉलिसी में ब्याज दरों को बहुत ज्यादा बढ़ाने की जल्दबाजी नहीं करेगा.

अगली पॉलिसी दरों को लेकर कोई फैसला लेने से पहले रिजर्व बैंक उन आंकड़ों के विश्लेषण पर ज्यादा जोर देगा, जिनके आधार पर पॉलिसी दरों पर फैसला होता है. शुक्रवार को रिजर्व बैंक ने पिछली पॉलिसी में हुई चर्चा के मुख्य अंश जारी किए और उन्हें देखकर ऐसा प्रतीत हो रहा है कि RBI अब अगली पॉलिसी में ब्याज दरों को बहुत ज्यादा बढ़ाने की जल्दबाजी नहीं करेगा.
पिछली पॉलिसी में रिजर्व बैंक ने रेपो रेट में 50 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी की थी. पिछली पॉलिसी की बैठक में ब्याज दरों को बढ़ाने पर फैसला लेने से पहले मॉनिट्री पॉलिसी कमेटी के कुछ सदस्यों ने भविष्य में ब्याज दर बढ़ाने से परहेज की बात कही थी और कहा था कि मौजूदा माहौल में पॉलिसी दरों को बढ़ाना खतरनाक हो सकता है. यह तमाम जानकारी पॉलिसी को लेकर जारी हुए RBI के मुख्य अंश में दी गई है.