देश में आने वाले चार साल में 112 मेडिकल कॉलेज बनकर तैयार हो जाएंगे. इन मेडिकल कॉलेजों के आने से एमबीबीएस की सीटों की संख्या भी बढ़ेगी.

देश में हेल्थ सेक्टर को लेकर पिछले दो सालों में सवालिया निशान उठे हैं. कोविड महामारी के दौरान देश के हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर पर पड़े दबाव को सभी ने देखा था. यही वजह है कि अब केंद्र सरकार हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ाने का निर्णय लिया है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय देशभर में वर्तमान में मौजूद मेडिकल कॉलेज की संख्या को बढ़ाने वाली है. मंत्रालय के प्लान के तहत अगले चार साल में देश के अलग-अलग हिस्सों में मेडिकल कॉलेज बनाए जाएंगे. मिली जानकारी के मुताबिक, इस दौरान 112 जिलों का चयन किया जाएगा, जहां मेडिकल कॉलेज बनने वाले हैं.
यहां गौर करने वाली बात ये है कि मेडिकल कॉलेज बनने का मतलब है कि मेडिकल सीटों की संख्या भी बढ़ेगी. इस तरह नीट एग्जाम देने के बाद मेडिकल कोर्सेज में एडमिशन लेने वाले उम्मीदवारों को बड़ी राहत मिलने वाली है. इन कॉलेजों को उन जिलों में तैयार किया जाएगा, जहां की आबादी 10 लाख से ज्यादा है. इस तरह आबादी एक बड़ा फैक्टर होने वाला है. इसके अलावा, मेडिकल कॉलेज स्थापित करने से पहले इस बात का भी ख्याल रखा जाएगा कि इन जिलों में अभी तक कोई सरकारी या प्राइवेट मेडिकल कॉलेज मौजूद नहीं हो.
यहां गौर करने वाली बात ये है कि मेडिकल कॉलेज बनने का मतलब है कि मेडिकल सीटों की संख्या भी बढ़ेगी. इस तरह नीट एग्जाम देने के बाद मेडिकल कोर्सेज में एडमिशन लेने वाले उम्मीदवारों को बड़ी राहत मिलने वाली है. इन कॉलेजों को उन जिलों में तैयार किया जाएगा, जहां की आबादी 10 लाख से ज्यादा है. इस तरह आबादी एक बड़ा फैक्टर होने वाला है. इसके अलावा, मेडिकल कॉलेज स्थापित करने से पहले इस बात का भी ख्याल रखा जाएगा कि इन जिलों में अभी तक कोई सरकारी या प्राइवेट मेडिकल कॉलेज मौजूद नहीं हो.