मनमोहन सिंह आज 90 साल के हो गए. इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मनमोहन सिंह को जन्मदिन की बधाई दी है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी मनमोहन को बधाई दी है.

पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह का 90वां जन्मदिन है. इस मौके पर पीएम मोदी समेत कई राजनेताओं ने उनकी बेहतर सेहत और दीर्घायु की कामना की.पूर्व पीएम मनमोहन सिंह एक कुशल प्रशासक,अर्थशास्त्री और राजनेता रहे. राजनीति में आने से पहले उन्होंने एक इकॉनोमिस्ट के तौर अपनी सेवाएं दीं. वे रिजर्व बैंक के पूर्व गर्वनर भी रहे. साल 1991 में देश की आजादी के बाद हुए सबसे बड़े आर्थिक सुधार का श्रेय उन्हें दिया जाता है.
पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह का जन्म 26 सितंबर 1932 को अविभाजित भारत में पाकिस्तान में स्थित पंजाब के गाह गांव में हुआ था. उन्होंने पंजाब विश्वविद्यालय, कैम्ब्रिज और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में पढ़ाई की. 2004 से लेकर 2014 तक वे दो बार देश के प्रधानमंत्री रहे. 1991 में पी वी नरसिम्हा राव की सपकार में डॉ मनमोहन सिंह वित्त मंत्री रहे थे.
1991 के आर्थिक सुधारों में रही बड़ी भूमिका
डॉ मनमोहन ने देश में हुए आर्थिक सुधारों में अहम भूमिका निभाई थी. साल 1991 में पी वी नरसिम्हा राव की सरकार में वित्त मंत्री रहते हुए उन्होंने बजट के दौरान उदारीकरण, निजीकरण और वैश्विकरण से जुड़ी अहम घोषणाएं की, जिससे भारत की अर्थव्यवस्था को नई रफ्तार मिली. इसके चलते देश में व्यापार नीति, औद्योगिक लाइसेंसिंग, बैंकिंग क्षेत्र में सुधार और प्रत्यक्ष विदेश निवेश की अनुमति से जुड़े नियम-कायदों में बदलाव किए गए.
न आर्थिक सुधारों के चलते भारत में विदेशी निवेश बढ़ा और बहुराष्ट्रीय कंपनियों का तेजी से आगमन होने लगा. इन आर्थिक सुधारों के 30 साल बीत जाने के बाद देश ने जो उपलब्धियां हासिल की हैं वो आज अलग-अलग रूप में हमारे सामने हैं.
डॉ मनमोहन सिंह के फैसलों का देश की अर्थव्यवस्था पर बड़ा असर
1991 में वित्त मंत्री रहते हुए डॉ मनमोहन सिंह द्वारा आर्थिक सुधारों को लेकर लिए गए फैसलों से देश की विकास दर तेजी से बढ़ी. देश में गरीबों की दर घटी और ज्यादा से ज्यादा लोगों तक शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाएं पहुंची. वहीं नए दौर के उद्यमी और छोटे कारोबारी अस्तित्व में आए. 1991 में देश के उपभोक्ताओं के पास सीमित विकल्प थे लेकिन उसके मुकाबले आज अनेक अवसर और विकल्प मिल रहे हैं.
देश-विदेश में कई पदों पर दे चुके हैं सेवाएं
डॉ मनमोहन सिंह ने प्रशासक, अर्थशास्त्री और राजनेता के रूप में देश-विदेश में अपनी सेवाएं दीं. साल 1966-69 के बीच वे संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन के लिए आर्थिक मामलों के अधिकारी के रूप में चुने गए. पूर्व पीएम डॉ मनमोहन सिंह 1985-87 तक योजना आयोग के प्रमुख रहे. वहीं 1972-76 के दौरान उन्होंने देश के मुख्य आर्थिक सलाहकार के तौर पर अपनी सेवाएं दीं.